Hurmat Irshad:  क्रिकेट खेल का नाम सुनते ही भारत के ज्यादातर लोगों के भीतर एक अलग सी चमक देखने को मिलती है. नौजवान, बच्चे हो या फिर बूढ़े सभी को इस खेल से काफी लगाव है. यही कारण है कि आज के वक्त में करीब-करीब सभी देश क्रिकेट को अपना चुके हैं. भारत में भी क्रिकेट की खुमारी इस कदर छाई हुई है कि गली, सड़क यहां तक की पहाड़ों पर भी खिलाड़ी क्रिकेट खेलते हुए नजर आते हैं. इन दिनों कश्मीर घाटी में भी क्रिकेट को लेकर अलग दिवानगी छाई हुई है. पिछले दिनों कश्मीर के आमिर हुसैन लोन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया था. आमिर ने दोनों हाथ नहीं रहने के बावजूद भी क्रिकेट अपना पेशा बनाया. 


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अब  उत्तरी कश्मीर के सोपोर इलाके की 8 साल की बच्ची हुरमत इरशाद रातों-रात इंटरनेट पर सनसनी फैला दी है. हुरमत के एक पेशेवर क्रिकेटर की तरह क्रिकेट खेलने के वीडियो ने दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और मिताली राज का ध्यान अपनी तरफ खींचा है.


हुरमत का यह है सपना 
 क्लास 3 में पढ़ने वाली हुरमत का सपना भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल होकर इंटरनेशनल मंच पर खेलने का है. हुरमत के दादा ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया.हुरमत के दादा उन्हें 4 साल की उम्र से क्रिकेट सिखाने के लिए पास के मैदान में ले जाते थे. हुरमत मिताली राज के वीडियो और मैच देखती रही हैं, जिनसे उन्हें काफी प्रेरणा मिलती है.


सचिन तेंदुलकर ने कहा
क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया अकाउंट "एक्स" पर वीडियो को शेयर कर लिखा, "युवा लड़कियों को क्रिकेट खेलते देखना हमेशा अच्छा लगता है. इस तरह के वीडियो देखने से मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है."



 "मजबूत बने रहो हुरमत"
इस बीच, भारत की महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान और स्टार खिलाड़ी  मिताली राज ने भी हुरमत की क्रिकेट कौशल की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, "इतनी कम उम्र में क्रिकेट के लिए इस लड़की की प्रतिभा, जुनून और निष्ठा को देखकर खुशी हुई. मजबूत बने रहो, हुरमत."



हुरमत की यह है खास बात
हुरमत पिछले तीन साल से क्रिकेट खेल रही है. खास बात यह है कि वह किसी एक्सपर्ट कोच के साथ नहीं बल्कि स्थानीय लड़कों के साथ मैदान में कंधे से कंधा मिलाकर विरोधियों के झक्के छुड़ाते हैं. हुरमत ने कहा,  "मैं पिछले 3 साल से क्रिकेट खेल रही हूं, मुझे क्रिकेट खेलना पसंद है. मैं लड़कों के साथ खेलता हूं और मुझे यह बहुत पसंद है. यह मेरे दादाजी ही थे जिन्होंने मुझे क्रिकेट खेलना सिखाया. मैंने लड़कियों के साथ नहीं बल्कि सिर्फ लड़कों के साथ खेला है. मेरा वीडियो वायरल हो गया है, और मैं एक क्रिकेटर बनना चाहता हूं और अपने देश को गौरवान्वित करना चाहता हूं."


स्कूल ने छात्रवृत्ति देने का किया फैसला 
हुरमत रोजाना घंटों प्रैक्टिस करती हैं. खास तौर पर वह अपने पसंदीदा कवर ड्राइव शॉट को बेहतर बनाने के लिए ज्यादा काम कर रही हैं. हुरमत का परिवार वाले उनके खेलने में हर तरह से मदद रहे हैं. उन्हें गर्व है कि उनके इन कोशिशों को सचिन तेंदुलकर और मिताली राज जैसे क्रिकेट के दिग्गजों ने राहा है. वहीं, हुरमत जिस स्कूल में पढ़ती हैं उस स्कूल के जिम्मेदारों ने उसे एक साल की छात्रवृत्ति देने का फैसला किया है.