Jawaharlal Nehru Anniversay: भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू एक ऐसा नाम है, जिसको लेकर लोग दो धड़ों में बटे हुए हैं. एक वह हैं जो उन्हें आइडियल के तौर पर देखते हैं और दूसरे वह जो उनके फैसलों पर सवाल उठाते आए हैं. हालांकि, इस बात से शायद ही को इनकार कर पाए, जब नेहरू को प्रधानमंत्री बनाया गया, तो देश बद से बदतर हालात में था. जैसा कि इतिहासकार रामचंद्र गुहा कहते हैं, "यह कहना सही होगा कि जवाहरलाल नेहरू जितना कठिन काम किसी आधुनिक राजनेता के लिए नहीं था", क्योंकि उन्होंने ऐसे समय में देश की बागडोर संभाली थी जब देश एक राष्ट्र के रूप में अपने पैर जमाने में भी असमर्थ था.


जवाहरलाल नेहरू के बारे में 8 बातें जो शायद ही किसी को पता हो


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14 नवंबर को बाल दिवस इसी लिए मनाया जाता है क्यों इसी दिन साल 1889 को जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ था. उनके पिता एक बैरिस्टर थे, जिनका जन्म एक कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ था. आइये जानते हैं जवाहर लाल नेहरू के बारे में 8 फैक्ट्स


- ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज में नेहरू के सहपाठियों ने उन्हें 'जो नेहरू' नाम दिया था. क्यों उन्हें जवाहरलाल नेहरू नाम लेने में दिक्कत होती थी.


- हैरो और कैम्ब्रिज में छात्र के तौर पर नेहरू को पतंग उड़ाने के खेल के लिए जाना जाता था. उन्होंने भारत से हाई क्वालिटी वाली पतंगें मंगवाकर पतंगबाजी को विदेश में फेमस कर दिया था. 


- नेहरू ने अपने पिता की गुजारिश के बाद कानून की पढ़ाई की. उन्हें लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अर्थशास्त्र की पढ़ाई करनी थी, हालांकि उनके पिता चाहते थे कि वह एक वकील बनें. उन्होंने अपने पिता पर आरोप भी लगाया था कि उन्हें वकील बनने पर मजबूर किया गया था.


- गांधी की मौत के बाद नेहरू ने काफी भावुक स्पीच दी थी. जो काफी मश्हूर भी हुई थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘हमारे जीवन से रोशनी चली गई है’, और इसके लिए हम तैयार नहीं थे. इसे अक्सर इतिहास के सबसे महान भाषणों में से एक के रूप में जाना जाता है.


- जेल में रहने के दौरान नेहरू ने अपनी बेटी इंदिरा की शादी के लिए हल्के गुलाबी रंग की खादी की साड़ी बनवाई थी. बाद में सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी दोनों ने अपनी शादी में यही साड़ी पहनी.


- नेहरू को जानवरों से बहुत लगाव था और उन्होंने अपने घर में कई प्रकार के जानवर रखे थे, जिनमें पांडा भी शामिल था.


- नेहरू ने जैकेट, शेरवानी और टोपी की पोशाक शैली का आविष्कार किया था, जो लगभग राष्ट्रीय ड्रेस कोड के रूप में लोकप्रिय हो गई. यह घाना के राष्ट्रपति क्वामे नक्रूमा, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुहार्तो और यहां तक ​​कि माओ ज़ेडोंग जैसे चीनी नेताओं के लिए अपनी खुद की 'राष्ट्रीय पोशाक' पहनने के लिए एक प्रेरणा बन गई.