Ratan Tata Death News: रतन टाटा, वह बिजनेसमैन थे, जिन्होंने भारत के सबसे पुराने बिजनेस ग्रुप में से एक नई ऊचाइयां देने का काम किया और इसे एक वर्ल्ड वाइड ब्रांड बना दिय. रतन टाटा की मौत बीती शाम मुंबई में हुई है. उन्होंने 85 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा,"हम बहुत नुकसान की भावना के साथ श्री रतन नवल टाटा को विदाई दे रहे हैं, जो वास्तव में एक असाधारण नेता थे, जिनके अतुलनीय योगदान ने न केवल टाटा समूह को बल्कि हमारे राष्ट्र के ढांचे को भी आकार दिया है."


कौन थे रतन टाटा?


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टाटा ग्रुप के मालिक जमशेदजी टाटा थे, उनके बाद उनके बेटे दोराबजी टाटा इस कंपनी के मालिक बने, जिनकी कौई औलाद नहीं थी. जमशेदजी टाटा के दूसरा बेटे थे रतनजी टाटा. उनकी भी कोई औलाद नहीं थी. लेकिन, रतनजी टाटा ने अपने एक रिश्तेदार के बेटे को अडॉप्ट किया, जिसका नाम नवलजी टाटा था. उनकी पहली शादी सूनी कमिसारीट से हुई. जिसने जो बच्चा हुआ उसका नाम रतन टाटा रखा गया. जो अभी टाटा की देख रेख कर रहे थे.


आज हम आपको रतन टाटा के बारे में आपको 10 फैक्ट्स बताने वाले हैं, जो आको जरूर जानने चाहिए.


- वे 1991 से 2012 तक दो दशक से अधिक समय तक टाटा संस के चेयरमैन रहे और 2016 में कुछ समय के लिए अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर पुनः पद पर लौट गए.


- रतन टाटा के नेतृत्व में, टाटा ग्रुप ने महत्वपूर्ण रूप से विस्तार किया, 100 से ज्यादा देशों में ऑपरेट किया और मार्च 2024 को समाप्त होने वाले साल में 165 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया,


- उन्होंने 2007 में ब्रिटिश स्टील निर्माता कोरस और 2008 में लक्जरी कार निर्माता जगुआर लैंड रोवर सहित कई ब्रांड का नेतृत्व किया.


- टाटा ने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में आर्किटेक्चर की पढ़ाई की और 1962 में ग्रेजुएट होने का खिताब हासिल किया. इसके बाद उन्होंने अपने पिता की मरजी के मुताबिक मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कीय


- रतन टाटा अपने फिलनथ्रोपिस्ट कामों के लिए जाने जाते थे, और उनकी मौस से टाटा ट्रस्ट्स में नेतृत्व का एक बड़ा अभाव पैदा हो गया है, जो टाटा संस के लगभग 66% हिस्से को कंट्रोल करता है.


- 28 दिसम्बर 1937 को मुम्बई में जन्मे रतन नवल टाटा का पालन-पोषण उनकी दादी ने किया, जब वे 10 साल के थे, तब उनके माता-पिता नवल और सूनी टाटा का तलाक हो गया था. उनके पिता को टाटा ग्रुप के संस्थापक जमशेदजी टाटा की पुत्रवधू ने 13 साल की उम्र में मुख्य टाटा परिवार में गोद ले लिया था.


- रतन टाटा के नेतृत्व में ग्रुप ने भारत का पहला सुपर ऐप टाटा न्यू पेश किया. कंपनी सॉफ्टवेयर से लेकर स्पोर्ट्स कार तक के पोर्टफोलियो के साथ एक विशाल इंटरनेशनल इंडस्ट्री के तौर पर विकसित हुई.


- टाटा ग्रुप को 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के दौरान एक बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा, जिसमें ग्रुप के प्रमुख होटल, मुंबई के ताज महल पैलेस होटल को निशाना बनाया गया था.


- उनकी आखिरी प्रमुख उपलब्धियों में से एक 2021 में एयर इंडिया का सफल पुनः अधिग्रहण था, जिसे राष्ट्रीयकरण के लगभग 90 साल बाद टाटा ग्रुप ने वापस लिया.


- टाटा ने कभी शादी नहीं की और उनके कोई बच्चे भी नहीं थे. उनकी मौत से शक्तिशाली टाटा ट्रस्ट्स, जो दान का एक ग्रुप है, एक बड़ा संकट आन पड़ा है. इन परोपकारी ट्रस्टों के पास टाटा संस का लगभग 66% हिस्सा है, जो बदले में सभी प्रमुख लिस्टिड टाटा फर्मों को कंट्रोस करता है.