Wrestler Sikandar Shaikh: महाराष्ट्र के पहलवान सिकंदर शेख ने जीता `रुस्तम-ए-हिंद` 2024 का खिताब
Wrestler Sikandar Shaikh crowned Rustam E Hind Title: महाराष्ट्र के सोलापुर के पहलवान सिकंदर शेख ने पंजाब के जांडला गांव में आयोजित रुस्तम-ए-हिंद 2024 का खिताब जीत लिया है. अब उनका लक्ष्य 2026 के एशियाई खेलों में भारत की टीम में जगह बनाना है.
Wrestler Sikandar Shaikh crowned Rustam E Hind Title: महाराष्ट्र के पहलवान सिकंदर शेख प्रतिष्ठित रुस्तम-ए-हिंद खिताब जीतकर राज्य के ऐसे चौथे पहलवान बन गए हैं, जिसने अपने नाम ये खिताब किया हो. सोलापुर जिले के रहने वाले 24 वर्षीय इस पहलवान की नजर अब 2026 एशियाई खेलों में मैट कुश्ती में भारत का प्रतिनिधित्व करने पर है. वह अपने करियर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
पंजाब के जांडला गांव में 2024 रुस्तम-ए-हिंद मुकाबले में सिकंदर ने रोशन किरालगढ़ और बग्गा कोल्ही जैसे देश भर के शीर्ष पहलवानों की चुनौतियों को पार करते हुए रुस्तम-ए-हिंद की प्रतिष्ठित गदा उठाई. उन्हें इनाम के तौर पर एक आकर्षक नकद पुरस्कार और एक ट्रैक्टर भी दिया गया है. इससे पहले महाराष्ट्र के दिवंगत हरिश्चंद्र बिराजदार, अमोल बुचाडे और असब अहमद ने ही रुस्तम-ए-हिंद का खिताब जीता था, जिसपर किसी जमाने में उत्तर भारत के पहलवानों का दबदबा कायम था.
पीबीजी ग्रुप के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पुनीत बालन ने पुणे में एक ख़ास समारोह में सिकंदर शेख को बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए समूह की तरफ से हर समर्थन देने का वादा किया. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत फख्र की बात है कि महाराष्ट्र के एक पहलवान ने रुस्तम-ए-हिंद का खिताब जीता है. पीबीजी ग्रुप उन खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिनका सपना राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करना है और पंजाब में सिकंदर का प्रदर्शन हमें अपना काम जारी रखने के लिए अतिरिक्त प्रेरणा देता है."
गौरतलब है कि सिकंदर शेख ने पिछले साल महाराष्ट्र केसरी का खिताब जीता था, जिसके बाद उन्हें अगले तीन सालों तक प्रशिक्षण और प्रतियोगिता के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने का वादा किया गया था.
सम्मान समारोह में बोलते हुए सिकंदर ने कहा, "पीबीजी समूह और अन्य लोगों से मिले समर्थन की वजह से मुझे वित्तीय समस्याओं के बारे में चिंता करने की ज़रूरत हुई कभी. मैं अपने प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित कर सकता हूँ. मेरा लक्ष्य अब राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं और मैट कुश्ती मुकाबलों पर है. मेरा लक्ष्य 2026 एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में जगह बनाना है."