Asia Cup 2023: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन खालिद मसूद ने पाक सरकार पर सवाल उठाया है. दरअसल पाक सरकार ने  वर्ल्ड कप को लेकर एक हाई लेवल कमेट गठित की है जिसका काम भारत में होने वाले ओडीआई वर्ल्ड कप 2023 में हिस्सा लेने से जुडे़ मामले में जांच करना है. खालिद का कहना है कि इस कमेटी को बनाने का कोई मतलब नहीं है.


क्या बोले खालिद मसूद


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खालिद ने कहा- "हालांकि मैं इस बात से सहमत हूं कि भारत के लिए अब पाकिस्तान का दौरा न करने का कोई औचित्य नहीं है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीजें इस तरह से नहीं की जाती हैं." मेहमूद ने कहा मिनिस्टर्स की ये कमेटी बनाकर सरकार ने अपनी ही पॉलिसी का खंडन किया है कि वह खेल में सियासत को शामिल नहीं करेगी.


सिक्योरिटी देखना सही!


उन्होंने कहा कि अगर आप भारत पाकिस्तान टीम को भेजने से पहले सिक्योरिटी कंडीशन्स को देखना चाहेंगे तो कोई मतलब बनता है, लेकिन ऐसा खुले तौर पर कहना कि अगर भारत पाकिस्तान नहीं आता है तो हम वर्ल्ड कप के लिए टीम को नहीं भेजेंगे, दो चीजों को मिक्स करना है.


उन्होंने कहा- "जब मैं 1999 में अध्यक्ष था, तो भारत से धमकियों के बावजूद, हमने भारत में एक प्रतिनिधिमंडल भेजकर अपनी टीम के लिए सुरक्षा स्थिति का आकलन किया और सरकार को सलाह दी कि हम भारत जाने के इच्छुक हैं." उन्होंने कहा कि अब ये सुनिश्चित करना जरूरी है कि पाकिस्तान टीम मेगा ईवेंट में हिस्सा ले. वरना उसे तरह-तरह के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है, और कई बोर्ड से भी रिश्ते खराब हो सकते हैं.


आपको जानकारी के लिए बता दें पीसीबी के पूर्व चेयरमैन नजम सेठी ने एसीसी के सामने हाइब्रिड मॉडल की बात रखी थी. जिसपर बीसीसीआई राजी हो गया था. अब इस मॉडल के अनुसार ही मैच होने थे. लेकिन नए पीसीबी अध्यक्ष ने आकर बयान दिया कि अगर भारत की टीम पाकिस्तान नहीं आती है तो वर्ल्ड कप में पाक टीम भी भारत नहीं जाएगी. इसके बाद सरकार ने भी इस मसले में दखल देना शुरू कर दिया.