सीरीज हारने के बाद हुआ रोहित को गलती का एहसास, तीसरे टेस्ट में बदल जाएगी पूरी Playing 11?
India vs New Zealand: भारत और न्यूजीलैंड के बीच चल रहे टेस्ट सीरीज में भारत इस सीरीज को गवां चुकी है. लेकिन अपनी इज्जत बचाने के लिए वह तीसरे टेस्ट को किसी भी हाल में जीतने की कोशिश करेगी. तीसरा टेस्ट 1 नवंबर को मुम्बई में खेला जाएगा.
India vs New Zealand 3rd Test: न्यूजीलैंड ने भारत को लगातर दोनों टेस्ट मैचों में हराकर सीरीज अपने नाम कर लिया है. भारतीय फैंस को इस बात पर यकीन ही नहीं हो रहा है कि भारत सीरीज गंवा चुकी है, लेकिन ऐसा हुआ है. अब भारत 1 नवंबर को मुम्बई में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट को किसी भी हाल में जीतने की कोशिश करेगी. भारत पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड से 8 विकेट से हारी थी, वहीं दूसरे टेस्ट में 113 रनों से हार का मुंह देखना पड़ा था. इस हार के पीछे की सबसे बड़ी वजह बल्लेबाजों के खराब परफॉर्मेंस को बताया जा रहा है.
क्लीन स्वीप से बचने की तैयारी:
इस टेस्ट सीरीज को हारने के बाद भारत पिछले 12 सालों से बरकरार अपने रिकॉर्ड को गंवा चुकी है. भारत 12 सालों से अपने घरेलू मैदान पर कोई भी सीरीज नहीं हारी थी. हालांकि अब भारत की नजरें सिर्फ क्लीन स्वीप से बचने की है.
बल्लेबाजों ने किया निराश:
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के सलामी बल्लेबाजों ने काफी निराश किया, खासकर सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में शुमार रोहित शर्मा और विराट कोहली इस सीरीज में बिल्कुल फ्लॉप साबित हुए. लेकिन नए खिलाड़ी जैसे यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान ने अपने बेहतर खेल से सभी को हैरान किया है. क्रिकेट एक्सपर्ट की माने तो दूसरे टेस्ट में अगर यशस्वी जायसवाल का साथ देने कोई और खिलाड़ी मैदान में मौजूद होता तो शायद हम दूसरा टेस्ट आसानी से जीत जाते लेकिन बाकि सभी खिलाड़ियों ने अपने खेल से सभी को निराश किया.
बुमराह की पड़ेगी जरूरी:
न्यूजीलैंड सीरीज के बाद भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है, जहां उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है. ऑस्ट्रेलिया में बुमराह का रिकॉर्ड सबसे जबरदस्त है. इसलिए रोहित शर्मा किसी भी हाल में बुमराह को टीम में जोड़ने की कोशिश करेंगे. ऐसे में बुमराह को आराम की भी जरूरत होगी ताकि वह ऑस्ट्रेलिया के लिए पूरी तरह से खुद को तैयार कर सकें.
वॉशिंगटन सुंदर ने किया कमाल:
न्यूजीलैंड के खिलाफ गेंदबाजों ने बेहतर प्रदर्शन किया जिनमें सबसे पहला नाम वॉशिंगटन सुंदर का आता है, जिन्होंने कुल 10 विकेट अपने नाम किए थे. इसके अलावा रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने भी अपने खेल से सभी का दिल जीता. इसलिए इन लोगों को प्लेइंग 11 से बाहर करने का कोई लॉजिक नहीं दिखता है.