रिद्धिमान साहा ने ईशान-अय्यर का किया सपोर्ट; कहा, `जबरदस्ती, नहीं कर सकते`
Wriddhiman Saha On Iyer & Ishan: टीम इंडिया के अनुभवी विकेट-कीपर रिद्धिमान साहा ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर का खुला समर्थन किया है. साहा ने कहा कि अगर कोई डोमेस्टिक क्रिकेट में हिस्सा नहीं लेना चाहता है तो उनके साथ `जबरदस्ती` नहीं किया जा सकता.
Wriddhiman Saha On Iyer & Ishan: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने हाल ही में खिलाड़ियों के सालाना कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया है. बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए इस सूची से श्रेयस अय्यर और इशान किशन को बाहर कर दिया. बीसीसीआई ने घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेलने की वजह से दोनों के खिलाफ ये फैसला लिया. अब इस फैसले पर टीम इंडिया के अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अगर कोई डोमेस्टिक क्रिकेट में हिस्सा नहीं लेना चाहते हैं तो उनके साथ "जबरदस्ती" नहीं की जा सकती.
बोर्ड ने इससे पहले खिलाड़ियों को हिदायत देते हुए कहा था कि जो भी इंटरनेशनल टीम का हिस्सा नहीं हैं वे घरेलू टूर्नामेंट में खेलें. ताकि बोर्ड खिलाड़ियों का अच्छे से मूल्यांकन कर सके. बोर्ड ने कहा था, "बीसीसीआई ने सिफारिश की है कि सभी एथलीट उस अवधि के दौरान घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेने को प्राथमिकता दें जब वे राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हों."
युवा विकेट कीपर ईशान किशन ने कथित तौर पर साउथ अफ्रीका दौरे के दौरान मानसिक स्वास्थ्य सही होने की वजह से क्रिकेट से ब्रेक लिया था. दूसरी तरफ, इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बाद भी अय्यर घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया. हालांकि, मीडिल ऑर्डर के बल्लेबाज अब शनिवार से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में चयन के लिए खुद को उपलब्ध बताया है.
साहा ने ईशान और अय्यर द्वारा भारतीय टीम से दूर रहने के दौरान घरेलू क्रिकेट को नजरअंदाज करने के सवालों पर राय नहीं दी, लेकिन उन्होंने कहा कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट आधार है और हर एक खिलाड़ी को इस टूर्नामेंट को महत्व देना चाहिए. उन्होंने कहा, "बीसीसीआई का फैसला और संबंधित खिलाड़ियों का निजी फैसला है.जबरदस्ती आप कुछ नहीं कर सकते."
सरफराज खान पर क्या बोले साहा?
साहा ने आखिरी बार भारत के लिए दिसंबर 2021 में खेला था. हालांकि, अनुभवी स्टार घरेलू क्रिकेट में एक्टिव हैं और वह त्रिपुरा स्टेट की तरफ से खेलते हैं. उन्होंने कहा, "जब भी मैं फिट होता हूं मैं खेलता हूं, यहां तक कि मैंने क्लब मैच भी खेले हैं. मैं हमेशा एक मैच को एक मैच की तरह मानता हूं. मेरे लिए सभी मैच बराबर हैं. अगर हर खिलाड़ी इस तरह से सोचता है, तो वे अपने करियर में केवल समृद्ध होंगे और यह भारतीय क्रिकेट के लिए भी बेहतर होगा. मुझे लगता है कि घरेलू क्रिकेट का महत्व हमेशा रहता है, क्योंकि अगर मैं सरफराज खान के बारे में बात करूं तो उन्होंने पिछले 4-5 वर्षों में काफी रन बनाए हैं. निश्चित रूप से, उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है."
जुरेल की तारीफ की
इस बीच, साहा ने रांची टेस्ट मैच के हीरो रहे ध्रुव जुरेल की तारीफ की. उन्होंने कहा, "मैंने उन्हें घरेलू क्रिकेट में कभी नहीं देखा, लेकिन उनकी बल्लेबाजी शानदार है, उन्होंने टीम के लिए आखिरी टेस्ट जीता."