बॉलिंग के मामले में `मोहम्मद शमी से बात करें`: कोच म्हाम्ब्रे ने गंभीर को दी सलाह
Mohammad Shami: बॉलिंग कोच म्हाम्ब्रे ने गौतम गंभीर से कहा है कि वह बॉलिंग के मामले में मोहम्द शमी से सलाह लें. उन्होंने यह भी कहा है कि मोहम्मद शमी की तुलना ऐसे खिलाड़ी से नहीं की जा सकती है जो अभी-अभी आए हैं.
Mohammad Shami: गौतम गंभीर ने भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच के तौर पर कामकाज संभाल लिया है. ऐसे में कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के फ्यूचर को लेकर कई बड़े फैसले लिए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. विराट कोहली, रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी पहले ही टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं, जबकि कुछ दूसरे ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जिनके सबसे छोटे प्रारूप में बने रहने पर सवाल उठ रहे हैं. ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं मोहम्मद शमी, जो तीनों फॉर्मेट में मौजूद हैं. लेकिन हाल ही में टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में टॉप विकल्पों में से नहीं रहे हैं.
भारत के निवर्तमान गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे ने गंभीर और उनके कोचिंग स्टाफ से, जिस पर अभी तक अंतिम फैसला नहीं हुआ है, शमी के साथ बिना किसी देरी के उनके भविष्य के बारे में बात करने को कहा है.
शमी से बात करनी चाहिए
द्रविड़ के मुख्य कोच के रूप में भारत के गेंदबाजी कोच रहे म्हाम्ब्रे ने टेलीग्राफ ऑनलाइन को दिए एक इंटरव्यू में कहा "कर्मचारियों को शमी से बात करनी चाहिए और पता लगाना चाहिए कि वह क्या करना चाहते हैं. वह अब युवा नहीं रहे, इसलिए वह कहां फिट बैठते हैं और वह कितने साल और खेलना चाहता हैं? हम उनको कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं? मुझे यकीन है कि जो भी गौती (गौतम गंभीर) के साथ आएगा, वह शमी से सबसे अच्छे प्रदर्शन करवाने का तरीका जान लेगा."
शमी पिछले एक साल से चोटों से जूझ रहे हैं. वह 2023 वनडे विश्व कप में भारत के सबसे अच्छे गेंदबाज थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल के बाद से उन्होंने भारत के लिए नहीं खेला है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शमी
म्हाम्ब्रे ने जोर देकर कहा "अगर अब टेस्ट पर ध्यान केंद्रित है, तो सुनिश्चित करें कि वह ऑस्ट्रेलिया में होने वाली श्रृंखला के लिए सबसे अच्छी हालत में हों. हालांकि, शमी क्या चाहता है और उसका शरीर क्या कहता है, यह सबसे ज्यादा जरूरी है. लेकिन हां, ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले कुछ करने की जरूरत है क्योंकि उसे लंबा ब्रेक मिला है."
शमी की तुलना नहीं हो सकती
उन्होंने कहा, "व्यक्तिगत फिटनेस अलग-अलग होती है और एक ही स्तर की नहीं हो सकती. इसलिए खिलाड़ियों के साथ अलग-अलग व्यवहार करना होगा. आप शमी की तुलना किसी ऐसे युवा खिलाड़ी से नहीं कर सकते जो अभी-अभी आया है. आपको समझना होगा कि शमी की क्या कीमत है. क्या आपको शमी से यो-यो करवाना है या टेस्ट में इतनी गेंदें फेंककर भारत को मैच जिताना है?" शमी इस पीढ़ी में भारत के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं. चैंपियंस ट्रॉफी और टेस्ट चैंपियनशिप पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, वह मुख्य कोच गंभीर की योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं.