MI vs CSK: मुंबई और चेन्नई के बीच महामुकाबले में कौन मारेगा बाजी? जानें क्या कहते हैं आंकड़े
MI vs CSK: रविवार के दिन खेले जाने वाले इस महामुकाबले में भले ही दोनों टीमों की कप्तानी की बागडोर नए कप्तान करते हुए नजर आएंगे, लेकिन सबकी निगाहें महेन्द्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा पर टिकी होंगी. खास बात यह है कि दोनों टीमों की जंग के किस्से काफी पुराने हैं. ऐसे में आइए आंकड़ों के जरिए जानते हैं कि इस बार कौन किस पर भारी पड़ेगा.
MI vs CSK: कल सुपर संडे है. इस दिन का सभी क्रिकेट प्रशंसकों को बेसब्री से इंतजार रहता है, क्योंकि सुपर संडे के दिन आईपीएल के दो महामुकाबले होते हैं. कल यानी 14 अप्रैल को दो दिग्गजों का आमना-सामना होने वाला है. पांच-पांच बार आईपीएल खिताब जीत चुकी मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच घमासान मैच को देखने के लिए पूरा मुंबई शहर पीले और ब्लू रंग में सज गया है.
रविवार के दिन खेले जाने वाले इस महामुकाबले में भले ही दोनों टीमों की कप्तानी की बागडोर नए कप्तान करते हुए नजर आएंगे, लेकिन सबकी निगाहें महेन्द्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा पर टिकी होंगी. खास बात यह है कि दोनों टीमों की जंग के किस्से काफी पुराने हैं. ऐसे में आइए आंकड़ों के जरिए जानते हैं कि इस बार कौन किस पर भारी पड़ेगा.
वानखेड़े में चेन्नई का हाल बेहाल
चेन्नई और मुंबई IPL इतिहास की दो सफलतम टीमों में से हैं. दोनों ने पांच-पांच बार ख़िताब पर कब्जा किए हैं. अब ये दोनों टीमें 37वीं बार आईपीएल के इतिहास में आमने-सामने होंगे. अभी तक मुंबई की टीम चेन्नई पर भारी पड़ी है.
वानखेड़े मैदान में तो मुंबई का दबदबा और भी बढ़ जाता है, जबकि चेन्नई इस मैदान पर अब तक सबसे कमज़ोर प्रदर्शन किया है. कुल मिलाकर मुंबई और चेन्नई में 36 मैच खेले गए हैं, जिसमें मुंबई का पलड़ा ज्यादा भारी रहा है. MI ने 20 मैचों में जीत हासिल की है, तो वहीं चेन्नई ने मुंबई को 16 मैचों में हराया है.
वहीं, अपने घरेलू मैदान पर मुंबई 11 में से सात मैच जीतने में क़ामयाब रही है. CSK का यह किसी टीम के ख़िलाफ़ एक मैदान पर सबसे ख़राब प्रदर्शन है. चेन्नई का इस ग्राउंड पर जीत का प्रतिशत मात्र 36.3 है. हालांकि, पिछले 5 में चेन्नई ने चार मैच जीते हैं तो MI केवल एक ही मैच जीतने में क़ामयाब हो पाई है.
वानखेड़े में इन शॉट्स बने हैं सबसे ज्यादा रन
वानखेड़े में पिछले कुछ सालों से स्वीप और स्कूप पर बहुत रन बने हैं, पिछले कुछ सालों से ये शॉट इस मैदान पर ख़ासे प्रचलित रहे हैं. खास बात यह है कि इन शॉट पर वानखेड़े से ज्यादा रन किसी और मैदान पर नहीं आए हैं. मुंबई ऐसी टीम रही है जिसने इन शॉट्स से सबसे ज्यादा रन निकाले हैं.
स्वीप और स्कूप शॉट्स पर से आएंगे रन
दूसरी तरफ चेन्नई पिछले दो सालों में इन शॉट्स पर रन बनाने वाली सबसे कमज़ोर टीम रही है. आईपीएल 2022 से सूर्यकुमार यादव ने इस शॉट्स पर किसी भी खिलाड़ी से ज्यादा रन बनाए हैं. इस मैदान पर इन शॉट्स से 391 गेंद में 956 रन बने हैं. मुंबई इंडियंस ने जहां 252 गेंदों में 638 रन बनाए हैं, तो चेन्नई ने 174 गेंदों में सबसे कम 374 रन ही बनाए हैं. जबकि सूर्यकुमार ने यहां इन शॉट्स पर 20 पारियों में 184 रन बनाए हैं. वहीं वानखेड़े में उन्होंने आठ पारियों में 102 रन बनाए हैं.
सूर्यकुमार की कमज़ोरी स्पिनर्स
सूर्यकुमार ने चोट से वापसी करने के बाद पिछले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ 19 गेंदों में 52 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी. लेकिन इस बार उनके सामने चेन्नई की टीम है, जिनके ख़िलाफ़ उनका रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है. सूर्यकुमार का चेन्नई के खिलाफ स्ट्राइक रेट 126 का है, जो बाक़ी नौ टीमों में सबसे कम है.
चेन्नई के ख़िलाफ़ सूर्यकुमार की कमज़ोरी सबके सामने आई है, क्योंकि रवींद्र जडेजा का इसके के विरुद्ध कमाल का रिकॉर्ड है. जडेजा ने उसे 12 पारियों में चार बार आउट किया हैं, जबकि सूर्यकुमार ने जडेजा के खिलाफ केवल 62 रन बनाए हैं. इसके अलावा सैंटनर के ख़िलाफ़ भी स्काई का प्रदर्शन काफी खराब रहा है. सैंटनर ने आठ पारियों में 52 रन देकर उसे तीन बार पवेलियन भेजा है.
दीपक चाहर बन सकते हैं तुरुप का इक्का
दीपक चाहर ने नई गेंद से बेहतरीन बॉलिंग की है, इसलिए उन्हें इस सीजन नई गेद के गेंदबाज़ के तौर पर जाना जा रहा है. चाहर ने पावरप्ले में चार विकेट लिए हैं. इसके अलावा चाहर का वानखेड़े में अच्छा पावरप्ले रिकॉर्ड है, जहां उन्होंने 10 मुकाबलों में 20 की औसत से 10 विकेट चटकाए हैं.