सुनील गावस्कर ने गाबा टेस्ट की क्यों दिलाई याद? सिराज के कभी न हार मानने वाले रवैये को लेकर कही बड़ी बात
RCB vs GT: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने गुजरात टाइटंस को हराकर टूर्नामेंट में अच्छी वापसी की है. इस मैच के हीरो रहे तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने जबरदस्त गेंदबाजी की. सिराज के इस इस प्रदर्शन को लेकर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनिल गावस्कर ने बड़ा बयान दिया है.
Sunil Gavaskar On Siraj: इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में आरीसीबी लगातार कई मैच हारने के बाद गुजरात टाइंटस को हराकर टूर्नामेंट में शानदार वापसी की है. RCB के इस जीत में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने अहम भूमिका निभाई. सिराज अपने फॉर्म को लेकर काफी संघर्ष कर रहे थे. जिसके चलते वो लगातार आलोचकों के निशाने पर थे. लेकिन अब उनके आत्मविश्वास को लेकर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनिल गावस्कर ने बड़ा बयान दिया है.
दरअसल, पूर्व बललेबाज गावस्कर ने मोहम्मद सिराज के योगदान के बारे में दाएं हाथ के तेज गेंदबाज के आत्मविश्वास को कभी न हार मानने वाला रवैया बताया. उन्होंने कहा कि मैदान पर उनका यही रवैया एक खिलाड़ी के रूप में सिराज को असली ताकत देता है.
जीटी के खिलाफ शनिवार को खेले गए मैच में सिराज ने पावरप्ले के दौरान गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराकर अपने कौशल का शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने वर्ल्ड कप 2024 से पहले इस तरह का प्रदर्शन कर एक बड़ा संदेश दिया है. सिराज ने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए 29 रन देकर दो अहम विकेट रिद्धिमान साहा और शुभमन गिल को आउट किया था,जिसके उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवा्र्ड मिला.
सुनिल गावस्कर ने कहा
गावस्कर ने कहा कि सिराज ने गाबा टेस्ट में कितनी शानदार गेंदबाजी की थी. उन्होंने सेट बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को आउट कर मैच का रुख बदल दिया था. गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स"हर बार जब आप मोहम्मद सिराज को देखते हैं, तो आप जानते हैं कि वह अपना दिल दे देंगे. उस वक्त को याद करें जब उनके पिता का निधन हो गया था जब वह ऑस्ट्रेलिया में थे. वह आगे बढ़े. ऐसे वक्त में बहुत से लोग वापस जाना चाहेंगे क्योंकि आपके माता-पिता हैं. जिसके आप बहुत प्रिय हैं. जिन्होंने आपका पालन-पोषण किया है और आपको सब कुछ दिया है. लेकिन सिराज ने भारत के लिए खेलना महत्वपूर्ण समझा."
उन्होंने आगे कहा, " वह उस लेवल पर स्थापित नहीं था. एक स्थापित खिलाड़ी 100 फ़ीसदी वापस चला गया होता. लेकिन जब आप स्थापित नहीं होते हैं, और आप टीम में अपनी जगह पाने की कोशिश कर रहे हैं, तो आप वहीं टिके रहते हैं. और यही उन्होंने किया।
उन्होंने कहा, "और याद रखें कि गाबा टेस्ट मैच में उन्होंने कितनी शानदार गेंदबाजी की थी. स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ी को तब आउट करना जब वह 55 रन पर थे, क्योंकि स्टीव स्मिथ को तब आउट करना जब वह बल्लेबाजी करने आ रहे हों, एक बात है, लेकिन जब वह सेट हो जाएं और फिर उन्हें आउट करना है एक और बात है. मोहम्मद सिराज की असली ताकत है, आत्म-विश्वास और मैदान पर कभी न हार मानने वाला रवैया."
आसानी से लक्ष्य का पीछा किया
तेज गेंदबाजों के प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद गुजरात टाइटंस को 147 रनों के स्कोर पर आउट करने के बाद, विराट कोहली (42), फाफ डु प्लेसिस (64) ने आरसीबी को महज 35 गेंदों में 92 रन की शुरुआती साझेदारी के साथ धमाकेदार शुरुआत दिलाई. इस तरह से आरसीबी सहजता के साथ 6.2 ओवर शेष रहते लक्ष्य का पीछा कर लिया.