ऋतुराज गायकवाड ने तीसरे टी-20 में हार पर दिया बड़ा बयान, कहा ये चीज बनी हार की वजह
IND vs AUS 3rd T-20I: भारतीय डेथ बॉलरों की ग्लेन मैक्सवेल ने जमकर क्लास लगाई. उन्होंने 47 गेंदों में तूफानी शतक जड़ा और टी-20 फॉर्मेट में किसी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सबसे तेज़ सेंचुरी है.
Ruturaj Gaikwad: टीम इंडिया के ऑपनर बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड ने तीसरे टी20 मैच में ऑस्ट्रेलिया से मिली पांच विकेट से हार के ऊपर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने डेथ ओवर में बॉलिंग प्रदर्शन का बचाव किया और कहा कि ओस की वजह से गेंदबाजों के लिए परिस्थितियां कठिन हो गई थीं.
भारत की डेथ बॉलरों की ग्लेन मैक्सवेल ने जमकर क्लास लगाई. उन्होंने 47 गेंदों में तूफानी शतक जड़ा और टी-20 फॉर्मेट में किसी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सबसे तेज़ सेंचुरी है.
मैक्सवेल की यह अविश्वसनीय पारी है; गायकवाड
ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मैक्सवेल और कप्तान मैथ्यू वेड के साथ सिर्फ 40 गेंदों में 91 रन की अहम साझेदारी हुई. दोनों ने मिलकर ओस भरी परिस्थितियों में भी ऑस्ट्रेलिया को शानदार जीत दिलाई. वहीं गायकवाड ने इस जीत का श्रेय ने कंगारू बल्लेबाजों को दिया. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मैक्सी ने वास्तव में बेहतरीन बल्लेबाजी की, और ऐसी स्थिति में जीतने के लिए जहां उन्हें सात या साढ़े सात ओवरों में 100 और फिर तीन ओवरों में 50 रनों की जरूरत थी, यह उनकी एक अविश्वसनीय पारी थी."
बल्लेबाज गायकवाड ने मैच के बाद कहा, "मुझे नहीं लगता कि डेथ बॉलिंग चिंता का विषय है. वे गीली गेंद से गेंदबाजी कर रहे हैं और यह उनके लिए कठिन था. इन परिस्थितियों में, 12 रन प्रति ओवर और यहां तक कि 13-14 रन प्रति ओवर भी मिल सकते हैं. हालांकि, इससे पहले भी मैच में हमने देखा कि हम कितनी आसानी से 210 रनों का पीछा करने में कामयाब रहे. बात सिर्फ इतनी है कि उनके लिए परिस्थितियां थोड़ी कठिन हैं, इसलिए हमें इसे एक्सेप्ट करना होगा और आगे बढ़ना होगा."
ओस की वजह से गेंदबाजों को हुआ मुश्किल; गायकवाड
"हमारे गेंदबाजों ने अपने कंट्रोल में जो था उसे इंप्लीमेंट करने की कोशिश की, और ओस की वजह से गेंद फिसल रही थी, इसलिए बॉलरों के लिए भी यह मुश्किल था. भले ही हमने आखिरी मैच में 230 रन बनाए, लेकिन बीच में हमें लगा कि मैच आखिरी ओवर तक जा सकता है. इसलिए इस तरह की ओस के साथ, ये योग बनने ही वाले हैं और इनका पीछा भी किया जाना तय है".