Sarfaraz Khan: सरफराज खान को टेस्ट स्क्वाड में ना शामिल किए जाने को लेकर काफी विवाद हो रहा है. ऐसा बताया गया कि उनकी फिटनेस और बर्ताव सही नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीसीसीआई के एक तबके का ऐसा मानना है कि सरफराज खान को फिटनेस में सुधार की जरूर है और साथ ही मैदान और मैदान से बाहर भी अनुशासित होने की जरूरत है.


लोगों ने किया सरफराज का बचाव


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अब सरफराज खान के बचाव में मुंबई क्रिकेट से जुड़े लोग आए हैं. आपको बता दें सरफराज ने बीते सेशन में दिल्ली के खिलाफ शतक जड़ा और ड्रेसिंग रूम की ओर अंगुली दिखाते हुए एग्रेसिवली सेलिब्रेट किया था. सरफराज खान की इस हरकत को उचित नहीं माना गया था और इसे चयनक्रर्ताओं के खिलाफ कटाक्ष के तौर पर लिया था.


सूत्र ने क्या कहा?


क्रिकेटर से जुड़े एक सूत्र ने कहा था कि  "दिल्ली में रणजी मैच के दौरान सरफराज का जश्न उनके साथियों और कोच अमोल मजूमदार के लिए था. मजूमदार ने भी सरफराज की शतकीय पारी और जश्न की सराहना अपनी टोपी उतार कर की थी. उस समय स्टेडियम में चयनकर्ता चेतन शर्मा नहीं बल्कि सलिल अंकोला थे." सरफराज ने टीम को दबाव के हालातों से बाहर निकाला और ये जश्न उन्हीं के लिए था.


रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले साल मध्य प्रदेश के तत्कालीन कोच चंद्रकांत पंडित सरफराज खान के रवैये से खुश नहीं थे. इस मामले को लेकर सूत्र ने कहा कि पंडित ने उनके प्रति हमेशा प्यार जताया है. सूत्र ने जानकारी दी कि "चंदू सर उसे बेटे की तरह मानते हैं. वह सरफराज को तब से जानते हैं जब वह 14 साल का था. वह हमेशा सरफराज की तारीफ ही करते है. वह सरफराज पर कभी गुस्सा नहीं होंगे."


सरफराज के करीबी लोगों का कहना है कि इतने बेतरीन प्रदर्शन होने के बाद भी सरफराज को टीम से बाहर रखा गया. भारतीय टीम में फिटनेस का क्राइटेरिया यो यो टेस्ट है जो उन्होंने क्लियर कर लिया है. जहां तक की क्रिकेट फिटने की बात तो उन्होंने दो दिन बल्लेबाजी की है.