Team India: वर्ल्ड कप को शुरू होने में केवल 3 महीने रह गए हैं. इससे पहले टीम इंडिया वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुकाबला करेगी फिर एशिया कप खेलेगी. अब टीम इंडिया को लेकर फॉर्मर कोच रवि शास्त्री का बयान आया है. उन्होंने टीम में मिसिंग लिंक के बारे में बताया है और 2011 वर्ल्ड कप वाली टीम के साथ अबकी टीम का कंपेरिजन किया है.


रवि शास्त्री ने क्या कहा?


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एक इंटरव्यू के दौरान रवि शास्त्री ने बैटिंग ऑर्डर में मिसिंग लिंक के बारे में बात कही. इसके साथ टीम के अंदर लेफ्ट हैंड बैट्समैन की कमी को लेकर भी बात कही. बता दें टीम इंडिया के पास ऋषभ पंत लेफ्ट हैंड बैट्समैन हैं. लेकिन वह चोटिल होने के कारण नहीं खेल रहे हैं. ऐसे में शास्त्री ने कहा कि टीम इंडिया को कम से कम दो लेफ्ट हैंड बैट्समैन की जरूरत है दो टॉप 6 में खेलें. 2011 की टीम में तीन थे- युवराज, गैतम गंभीर और रैना.


चैलेंज साबित होने वाला है


रवि शास्त्री कहते हैं- यह एक चैलेंज साबित होने वाला है. आपको इस मुकाबले को करीब से देखने की जरूरत है. फॉर्म अच्छी होनी जरूरी है. आपरो सही बैलेंस के साथ धावा बोलना होगा. क्या आपको लगता है कि एक बाएं हाथ का खिलाड़ी शीर्ष पर कोई फर्क लाएगा? इसका ओपनिंग में होना जरूरी नहीं है, लेकिन शीर्ष तीन या चार में होना जरूरी है. आपको उन सभी विकल्पों पर विचार करना होगा. आइडियली टॉप छह में, मैं दो बाएं हाथ के खिलाड़ियों को देखना चाहूंगा.”


पिछले वर्ल्ड कप का दिया हवाला


रवि शास्त्री ने कहा 2011 में आपके पास गैतम गंभीर, युवराज सिंह, और सुरेश रैना थे. वहीं बात करें 1974 की तो कालिचरण, फेडरिक, और ल्योड. फिर 1979 में भी ज्यों के त्यों. 1987 की केवल वह टीम थी जिसमें कोई लेफ्ट हैंड बैट्समैन नहीं था. लेकिन 1987 ऑस्ट्रेलिया के पास भरपूर लेफ्ट हैंड बैट्समैन थे.  


कौन तीन लेफ्ट हैंड बैट्समैन होने चाहिएं


जब रवि शास्त्री से उन तीन लेफ्ट हैंड बैट्स के नाम पूछे जिनको भारतीय टीम में होना चाहिए था, तो उन्होंने कहा तो इसमें जैसवाल और तिलक वर्मा होने चाहिए. ऐसे कई लेफ्ट हैंड टैलेंट हैं जो सीनियर प्लेयर को रिप्लेस कर सकते हैं.