IND vs ENG: इंग्लैंड और भारत के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है. मेजबान भारत ने रांची में खेले गए चौथे टेस्ट में पांच विकेट की जीत के साथ सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त ले ली.  भारत से मौजूदा टेस्ट सीरीज हारने के बाद कप्तान बेन स्टोक्स और पूरी टीम पर आलोचक लगातार टिप्पणियां कर रहे हैं. इसी बीच, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. पूर्व कप्तान का  मानना ​​है कि बेन स्टोक्स की अगुवाई वाली टीम अपनी बल्लेबाजी की विफलता की वजह से इस प्रारूप में अपनी पिछली तीन सीरीज नहीं जीत पाई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारत ने इस सीरीज पर 3-1 से कब्जा कर लिया है. यह स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम की कप्तान-कोच जोड़ी के तहत इंग्लैंड की रेड बॉल सीरीज में पहली हार है. इससे पहले इंग्लैंड ने घरेलू सरजमीं पर ऑस्ट्रेलिया के साथ 2-2 और न्यूजीलैंड के साथ उसके घरेलू मैदान पर 1-1 से ड्रा खेला था. द टेलीग्राफ के लिए अपने कॉलम में वॉन ने लिखा, "यह इंग्लैंड के कई बल्लेबाजों के लिए बहुत बड़ा सप्ताह है. जब हम इंग्लैंड की इस टीम के बारे में सोचते हैं, तो हम उनकी अद्भुत गतिशील बल्लेबाजी के बारे में सोचते हैं. लेकिन जब आप देखते हैं कि उन्होंने अपनी पिछली तीन सीरीजों में से कोई भी क्यों नहीं जीती है, तो यह बल्लेबाजी पर निर्भर है."


पूर्व इंग्लिश का अनुमान है कि 7-11 मार्च तक खेले जाने वाले धर्मशाला टेस्ट में  इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा,  "पूरी बल्लेबाजी लाइनअप को इस दौरे पर हर हफ्ते पता चल गया था कि वह अगला मैच खेलेंगे. यह बदलने वाला है क्योंकि इस दौरे के बाद हैरी ब्रूक वापस आ जायेगा. इंग्लैंड ने पिछले दो सालों में आम तौर पर अच्छी बल्लेबाजी की है. हालाकि, एक बिंदु आता है, जब आपकी बल्लेबाजी की वजह से आपको सबसे बड़ी सीरीज गंवानी पड़ती है, तो आप हर हफ्ते उन्हीं खिलाड़ियों को नहीं भेज सकते हैं."


बेयरस्टो और फोक्स पर क्या बोले वॉन?
इसके अलावा वॉन ने विकेटकीपर-बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो और बेन फॉक्स के प्रदर्शन को लेकर कहा कि दोनों बल्लेबाज भारत में एक बड़ा व्यक्तिगत स्कोर हासिल करने में पूरी तरह से असफल रहे हैं. उन्होंने कहा, "जॉनी बेयरस्टो धर्मशाला में अपना 100वां टेस्ट खेलेंगे और मैं इससे खुश हूं. यह लचीलेपन की एक महान विजय है और मेरा मानना ​​है कि यदि आप 99 मैच तक पहुँच जाते हैं तो आप अपने 100वें मैच के हकदार हैं. हालाँकि, आप इस बात से बच नहीं सकते कि वह अपना 101वां मैच चूक सकते हैं. मैं 'कीपर, बेन फॉक्स' को भी देखता हूं. उन्होंने भारत में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन मुझे लगता है कि उनकी बल्लेबाजी अभी भी उनके अनुरूप नहीं है. पिछला टेस्ट एक अच्छा उदाहरण था. वह एक बल्लेबाज के साथ साझेदारी में अच्छे हैं, लेकिन निचले क्रम के साथ संघर्ष करते हैं."


टीम संघर्ष कर रही है; वॉन
कुल मिलाकर बल्लेबाजी इकाई के रूप में इंग्लैंड को यह याद दिलाने की जरूरत है कि टेस्ट क्रिकेट दो पारियों का खेल है. वे लगातार एक में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और दूसरे में खराब प्रदर्शन कर रहे हैं." मसलन पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी करने के बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए यानी दूसरी पारी में पूरा उल्टा हो जाता है.