Sameer Rizvi, IPL Auction 2024: सीएसके में मेरठ के समीर रिजवी की सेलक्शन हुआ है, जिसके बाद उनकी काफी चर्चा हो रही है. समीर रिजवी ने उनके मामा सपना पूरा कर दिया है. चेन्नई सुपर किंग्स ने समीर को 8.4 करोड़ रुपये में खरीदा है. समीर के पिता हसीन रिजवी ने अपने जीजा तनकीब अख्तर (समीर के मामा) के घर में घुसने पर रोक लगा दी थी. कारण था कि तनकीब, जो खुद एक नाकामयाब क्रिकेटर थे, उन्हें अपने भतीजे समीर रिज़वी में काबिलियत देखी थी और चाहते थे कि वह भारत के लिए खेले.


हर मैच में मौजूद होते थे मामू


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मंगलवार को मामू तनकीब अपने सपने के एक कदम और करीब आ गए. मेरठ के रहने वाले समीर को चेन्नई सुपर किंग्स ने दिन में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले अनकैप्ड खिलाड़ी बनने के लिए कड़ी बोली के बाद 8.40 करोड़ रुपये में चुना. समीर कहते हैं,"मामू हमेशा मेरे साथ रहते थे. अगर मैं सोचूं तो शायद पिछले 14 सालों में मुश्किल से 14 दिन ऐसे होंगे जब वह मैदान पर मेरे साथ नहीं थे.''


मैं नहीं देखना चाहता था आईपीएल की बोली


समीर बताते हैं कि उन्हें मुझ पर पहले से कहीं ज्यादा यकीन था. उन्होंने मुझे बैठकर नीलामी देखने के लिए मजबूर किया.' मैं इसे कभी नहीं देखना चाहता था, लेकिन उन्होंने मुझे इसे देखने पर मजबूर कर दिया और मुझे खुशी है कि उन्होंने ऐसा किया. मामू तनकीब हसते हुए कहते हैं,"मत बिगाड़ उसे, खुद की तरह मत बना, क्रिकेट से क्या मिला तुझे. यह सभी शब्द जब भी मैं समीर के पिता से मिलता था तो मुझे बोलते थे.


बच्चे की सफलता देख बच्चों की तरह रोए पिता


वह कहते हैं,"उस समय, इससे मुझे बहुत दुख होता था. आज हम इस बात पर खूब हंसे. समीर के पिता पिछले तीन साल से ठीक नहीं हैं. समीर के रणजी में डेब्यू से कुछ दिन पहले उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ था.''..आज, मेरे जीजाजी ने मेरा हाथ पकड़ा और बच्चों की तरह रोये. यह हमारे परिवार के लिए बहुत भावनात्मक क्षण है."


मेरा कोच का रोल हुआ खत्म, अब नया रोल हुआ शुरू


तनकीब कहते हैं कि इतना पैसा इतनी उम्र में, थोड़ा डर लगता है मुझे. बतौर कोच मेरा रोल खत्म हो गया है. अब उन्हें उत्तर प्रदेश, राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी और चेन्नई सुपर किंग्स में अधिक योग्य कोच मिलेंगे. मेरा काम अब उसके पैर ज़मीन पर रखना है. यह एक कठिन काम होने वाला है.”



2019-20 में समीर ने बटोरी सुर्खियां


समीर 2019-20 में तब सुर्खियों में आए, जब भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर सुनील जोशी ने उन्हें 16 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास डेब्यू का मौका दिया. सुनील जोशी कहते हैं,"समीर के खेल के महान पहलुओं में से एक नंबर 4 और 7 के बीच कहीं भी बल्लेबाजी करने की उनकी क्षमता है. वह एक फ्लोटर हैं, और कहीं भी बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं और उन्होंने अलग-अलग भूमिकाओं में भी खुद को ढाल लिया है. रिंकू (सिंह) की तरह, उनमें खेल खत्म करने की क्षमता है.''


समीर बड़े हिट लगाने के लिए मशहूर हैं. सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में, वह 139.89 की औसत से 18 छक्कों के साथ टॉप 10 छक्के लगाने वालों में से एक थे. 20 साल के खिलाड़ी ने हर 11 गेंद पर एक छक्का लगाया. यूपी टी20 लीग में, उन्होंने 122 का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर और साथ ही 47 गेंदों पर बनाया सबसे तेज़ शतक दर्ज किया.