Kolkata Rape Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को बलात्कार और हत्या की शिकार हुई ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता और संस्थान के एक कर्मचारी के बीच कथित तौर पर पहली तीन बातचीत की एक ऑडियो क्लिप गुरुवार को सोशल मीडिया पर सामने आई है.


कोलकाता रेप केस में ऑडियो वायरल


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इस क्लिप की ऑथेंटिसीटी जी सलाम नहीं करता है. हालांकि, यह क्लिप उससे मेल खाती है जो पीड़िता के माता-पिता ने पहले मीडिया को बताया था कि उन्हें पहली सूचना एक महिला से मिली थी, जिसने खुद को अस्पताल की सहायक अधीक्षक बताया था और अपना नाम ज़ाहिर नहीं किया था.


किसने की थी कॉल


14 अगस्त को डॉ. अरुणव दत्ता चौधरी, जो उस समय तक चेस्ट डिपार्टमेंट के प्रभारी थीं, जहां कथित अपराध हुआ था, उन्होंने मीडिया को बताया कि कॉल गैर-चिकित्सा सहायक अधीक्षक सुचरिता सरकार के जरिए की गई थी. सरकार, जिनसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पूछताछ की है, उन्होंने 9 अगस्त के बाद से कभी मीडिया का सामना नहीं किया है.


ऑडियो रिकॉर्डिंग में क्या है?


पहली कथित फ़ोन बातचीत की रिकॉर्डिंग में, कॉलर ने पीड़िता के पिता से कहा, "आपकी बेटी बहुत बीमार है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. क्या आप जल्दी आ सकते हैं? जब पिता ने उससे पूछा कि उसे क्या हुआ है, तो उसने कहा कि वह ठीक नहीं है. डॉक्टर ही बता सकते हैं कि उसे क्या हुआ है. हमें आपका नंबर मिला है, इसी लिए हम आपको कॉल कर रहे हैं.


दूसरी कथित बातचीत के ऑडियो क्लिप में, कॉल करने वाले ने कहा: "वह बहुत बीमार है और उसे इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती कराया गया है. मैं नहीं बता सकती कि उसे क्या हुआ है। केवल डॉक्टर ही आपको बता सकते हैं। क्या आप तुरंत आ सकते हैं?" पीड़िता के पिता ने महिला की पहचान जानने की कोशिश की जिसपर महिला ने कहा कि मैं असिस्टेंट सुप्रिडेंटेंड हूं. मैं डॉक्टर नहीं हूं.


तीसरी कॉल में क्या था?


तीसरी कॉल में महिला ने कहा, "उसने शायद आत्महत्या कर ली है. शायद वह मर चुकी है. पुलिस यहां है और हम सब यहां हैं. जितनी जल्दी हो सके आ जाओ." इस दौरान उनके पिता ने फोन कॉल स्पीकर पर डाला हुआ था, ताकि उनकी पत्नी भी सुन सकें.


पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला की मौत 9 अगस्त को सुबह 3 से 5 बजे के बीच हुई थी, जबकि अस्पताल के अधिकारियों ने दावा किया कि लाश को इमरजेंसी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर चेस्ट डिपार्टमेंट के सेमिनार हॉल में सुबह 9 बजे के आसपास देखा गया था.


पीड़िता के पिता ने क्या है


पीड़िता के पिता ने कहा कि 9 अगस्त को उन्हें पहली कॉल आई थी. तब 10.53 हुए थे, उनके अस्पताल पहुंचने तक उनके पास दो और कॉल आए. हालांकि उन्होंने दूसरे और तीसरे कॉल का टाइम नहीं बताया.


उत्तर 24 परगना जिले में रहने वाले माता-पिता ने गुरुवार को मीडिया से दूरी बनाए रखी और ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद फोन भी नहीं उठाया. उन्होंने पहले आरोप लगाया था कि कोलकाता पुलिस और अस्पताल के अधिकारियों ने उनसे जानकारी छिपाने की कोशिश की, लेकिन उचित जांच नहीं की.