Baba Siddique News: बॉलीवुड से लेकर देश की सियासत में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और NCP अजित गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार को देर रात गोली मार कर हत्या कर दी गई. कहा जा रहा है कि हमलावरों ने सिद्दिकी पर तीन राउंड फायरिंग की, जिसमें एक गोली उनके सीने में लगी थी.  घटना के बाद उन्हें आनन-फानन में लीलावती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. 


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बताया जा हा है कि इस वारदात को बांद्रा ईस्ट इलाके के खेड़नगर के राम मंदिर इलाके में तीन से चार युवकों ने अंजाम दिया है. बाबा सिद्दीकी की पकड़ सियासत के अलावा बॉलीवुड में काफी मजबूत थी.यही कारण है कि बाबा सिद्दिकी के प्रोग्राम में सियासी हस्तियों के अलावा बॉलीवुड के नामी चेहरे सलमान खान तक शामिल होते रहे हैं.   



सियासत में ही नहीं, बॉलीवुड में भी थी मजबूत पकड़
बाबा सिद्दिकी ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले फरवरी महीन में करीब 25 साल पुराना नाता तोड़कर अजित पवार गुट वाली एनसीपी में शामिल हो गए थे. अब महज छह महीने बाद ही उनकी हत्या कर दी गई. बॉलिवुड में बाबा उन लोगों में से एक थे जो सीधे तौर पर तो फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए नहीं थे. लेकिन इंडस्ट्री के सभी बड़े सुपरस्टार्स के साथ उनका बड़ा नजदीकी रिश्ता रहा है. खासकर बाबा सिद्दीकी का सलमान खान, शाहरुख खान जैसे सुपरस्टार्स के साथ काफी नजदीकी रिश्ता है. यही कारण है कि बाबा सिद्दिकी की इफ्तार पार्टी हमेशा से चर्चाओं में रही, क्योंकि इस पार्टी में सलमान खान , शाहरुख खान के साथ कई फिल्म और टीवी की दुनिया के बड़े स्टार्स की मौजूदगी होती थी.


बाबा का सियासी सफर
बाबा सिद्दीकी यानी बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी स्टूडेंट लाइफ से ही ये कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे. कॉलेज की पढ़ाई समाप्त करने के बाद वे दो बार म्युनिसिपल कॉरपोरेटर के रूप में चुने गए. इसके बाद बाबा कद सियासत में बढ़ने लगा. उन्होंने  साल 1999 में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया और पहली बार बांद्रा पश्चिम विधायक बन गए.


इसके बाद सिद्दीकी ने सियासी के मैदान में कई दिग्गजों को धूल चटाई.  वह साल 2004 और 2009 में भी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर इसी विधानसभा लगातार तीन बार विधायक चुने गए. हालांकि, वे साल 2014 के विधानसभा चुनावों में वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के आशीष शेलार से चुनाव हार गए थे.  बाबा सिद्दीकी ने साल 2000 की शुरुआत में कांग्रेस-एनसीपी सरकार में कई विभागों में मंत्री पद की भी जिम्मेदारी संभाली.