Aamir Khan Emotional: बॉलीवुड के बेहतरीन अदाकार आमिर खान ने बॉलीवुड को कई बेहतरीन फिल्में दी हैं. इसीलिए उन्हें 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' कहा जाता है. लेकिन हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में आमिर खान ने कहा कि वह अपने आपको मिस्टर परफेक्शनिस्ट नहीं मानते हैं. उनके मुताबिक वह दिमाग के साथ दिल की भी सुनते हैं. इंटरव्यू के दौरान आमिर खान भावुक भी हो जाते हैं. थोड़ी देर बाद वह फिर से इंटरव्यू में शामिल हो जाते हैं. 


सोचकर लेता हूं फैसला


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आमिर खान ह्यूमन्स ऑफ बांम्बे से बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए. खुद को मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने पर आमिर खान ने कहा कि "लोग सोचते हैं कि मैं परफेक्शनिस्ट हूं. बड़ा सोचकर फैसला लेता हूं. बिलकुल बकवास है, पहले सोचकर लेता था, जब मैं गलतियां करता था. लेकिन अब मैं सिर्फ अपने दिले से फैसला लेता हूं. तारे जमीन पर बनानी है, मेरा डिसिजन और थिंकिंग बोलेगा- मत कर भाई, बेवकूफी कर रहा है, हिमाकत कर रहा है, डिस्लैक्सिया पर फिल्म है, चलने वाली फिल्म नहीं है. मैंने लॉजिक से चलना बंद कर दिया है, सिर्फ दिल से चलता हूं. मैं जादू को ढूंढता हूं. मुझे मैजिक चाहिए, परफेक्शन नहीं चाहिए."


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पिता के बारे में सोचकर हुए भावुक


इंटरव्यू के दौरान आमिर खान भावुक भी हो गए. थोड़ी देर बाद वह फिर से इंटरव्यू में शामिल हुए. दरअसल आमिर खान अपने वालिद के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए. आमिर खान ने बताया कि "वो एक फिल्म बना रहे थे लॉकेट, जिसमें कई बड़े स्टार्स थे. वो फिल्म डेट्स में अटक गई और उस वक्त एक्टर्स एक साथ 30-40 फिल्में करते थे और उस वक्त अगर आप बड़े प्रोड्यूसर-डायरेक्टर नहीं हैं तो स्टार्स से कम इज्जत मिलती थी. उस फिल्म को बनने में 8 साल लगे और उन्होंने ब्याज पर बहुत पैसा लिया था. हम करीब करीब सड़क पर आ गए थे. मैं करीब 10 साल का था." इसके बाद आमिर भावुक हो गए. हालांकि वह चाय कॉफी पी कर फिर से इंटरव्यू में शामिल हुए.


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