Actor Chanki Pandey Struggle: अभिनेत्री अनन्या पाण्डेय (Ananya Pandey) के पिता और एक्टर चंकी पांडे ने अपने फिल्म करियर के दौरान इंडस्ट्री को कई सुपरहिट दी हैं. हालांकि, उन्हें भी इस मुकाम तक पहुँचने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था. इस एक्टर ने अपने स्ट्रगल के दिनों का याद करते हुए कहा कि कैसे उन्हें प्रोड्यूसर्स के दफ्तरों के सामने लंबी लाइन में खड़े होकर उनका  इंतजार करना पड़ता था. इसके साथ हीउन्होंने यह भी खुलासा किया कि उस वक़्त वह अदाकारी के साथ साथ अपना खर्चा चलाने के लिए पार्ट-टाइम कार डीलर का काम भी करते थे. जबकि, वह मुंबई के एक मशहूर हार्ट सर्जन के पुत्र थे. 


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पहले नए अभिनेता को प्रोड्यूसर्स के सामने डांस भी करना होता था 
हाल ही में रिलीज हुई एक ड्रामा सीरीज 'इंडस्ट्री' में चंकी पांडे (Chanki Pandey) को राकेश रमन नाम के एक आदमी का किरदार निभाते देखा गया है. उनके फैंस इस सीरीज में चंकी के परफॉर्मेंस की जमकर तारीफ कर रहे हैं.  चंकी ने कहा कहा, "मेरे स्ट्रगल के दिन बहुत अलग थे, तब कोई कास्टिंग डायरेक्टर या डिजिटल मीडिया नहीं था. इसलिए हमें प्रोड्यूसर्स के ऑफिस के सामने लंबी लाइनों में इंतजार करना पड़ता था. उनसे मिलना और उन्हें फोटो एल्बम दिखाना, हमें उनके सामने डांस भी करना पड़ता था और पॉपुलर फिल्मों के सीन भी करने पड़ते थे.'' चंकी ने आगे कहा कि "यह आसान नहीं था, लेकिन यह मजेदार था.  उन दिनों मैं पार्ट-टाइम कार डीलर था. इसलिए मुझे उन कारों को चलाने का मौका मिलता था और हर दिन, मैं एक अलग कार में प्रोड्यूसर्स के ऑफिस जाता था. ''



चंकी पांडे (Chanki Pandey) जिस ड्रामा सीरीज 'इंडस्ट्री' में काम कर रहे हैं,  उसे द वायरल फीवर (टीवीएफ) ने बनाया है, और यह आयुष वर्मा (गगन अरोड़ा) की ज़िन्दगी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक स्क्रीनराइटर है, और फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहा है. इसमें गुनीत मोंगा, अंकिता गोराया, कुणाल कपूर, अभिषेक बनर्जी, अमित मसुरकर, सुपर्ण वर्मा, सुनीत रॉय, सुमित अरोड़ा और प्रोसित रॉय लीड भूमिका निभा रहे हैं.  चंकी पाण्डेय के वर्क फ्रंट की बात करें तो, 2022 की स्पोर्ट्स एक्शन फिल्म 'लाइगर- साला क्रॉसब्रीड' में उन्हें लास्ट टाइम देखा गया था. इसमें विजय देवरकोंडा और उनकी बेटी अनन्या पांडे लीड रोल में थे. 


गौरतलब है कि चंकी पांडे (Chanki Pandey) का असली नाम सुरेश पांडे था. बचपन में उनकी देख रेख करने वाली आया उन्हें प्यार से 'चंकी' कहकर बुलाया करती थी. धीरे-धीरे घर में सभी उन्हें 'चंकी' कहने लगे, और  इस तरह उनका नाम चंकी पांडे पड़ गया.  


चंकी पांडे (Chanki Pandey) ने 1987 में फिल्म 'आग ही आग' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. 'पाप की दुनिया', 'खतरों के खिलाड़ी', 'जहरीले', 'आंखें' जैसी फिल्मों ने उन्हें पहचान दिलाई. अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित के साथ  1988 में आयी उनकी फिल्म 'तेजाब' सुपरहिट साबित हुई. इस फिल्म के लिए चंकी पांडे को बेस्ट सर्पोटिंग एक्टर का फिल्मफेयर अवार्ड मिला था. 



चंकी (Chanki Pandey) ने गोविंदा के साथ फिल्म 'आंखें' भी की थी जो सुपरहिट साबित हुई थी.  चंकी पाण्डेय ने बॉलीवुड के अलावा, बांग्लादेश की फिल्मों में भी काम किया है. 1995 में चंकी पाण्डेय ने पहली बार बांग्लादेशी फिल्म में लीड रोल किया और स्टारडम हासिल किया.  बांग्लादेशी सिनेमा में 'स्वामी केनो असामी', 'बेश कोरेची प्रेम कोरेची', 'मेयेरा ए मानुष' चंकी पाण्डेय की हिट फिल्में हैं. चंकी पाण्डेय ने बॉलीवुड में 2003 में 'कयामत' में निगेटिव रोल के साथ कमबैक किया था.  चंकी पाण्डेय ने  'पेइंग गेस्ट', 'हाउसफुल' 'बुलेट राजा' और 'बेगम जान' में भी काम किया है.