लंदनः बॉलीवुड में अक्सर भाई-भतीजावाद होने के आरोप लगते रहे हैं, यानी इस इंडस्ट्री में स्थापित पुराने कलाकारों के बाल-बच्चों और रिश्तेदारों को जल्दी काम मिल जाता है, लेकिन फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं आने वाले बाहरी कलाकारों को काम के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ता है और उन्हें अपेक्षाकृत सफलता भी कम मिलती है. हालांकि, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ भारतीय या मुंबईया फिल्म इंडस्ट्री में ही भाई-भतीजावाद नहीं है बल्कि हॉलीवुड भी इससे अछूता नहीं है. हॉलीवुड में भी भाई-भतीजावाद जमकर चलता है. हाल ही में हॉलीवुड केट हडसन पर ऐसे आरोप लगे हैं, जिसके बाद हॉलीवुड में भाई-भतीजावाद को लेकर बहस छिड़ गई है. 

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भाई-भतीजावाद की मुझे कोई परवाह नहीं 
हॉलीवुड में भाई-भतीजावाद और इसका फायदा लेने वालों पर बढ़ती बहस के बीच अदाकारा केट हडसन ने कहा है कि उन्हें विवाद की परवाह नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने इसका एक तरह से बचाव करते हुए कहा है कि इसका प्रचलन अमेरिकी मनोरंजन उद्योग की तुलना में अन्य क्षेत्रों में शायद ज्यादा है. ब्रिटिश पत्रिका ‘द इंडिपेंडेंट’ के साथ एक इंटरव्यू में हडसन ने कहा, ‘‘ भाई-भतीजावाद की मुझे कोई परवाह नहीं है. हम एक कहानियां सुनाने वाले परिवार से आते हैं. यह हमारे खून में है. लोग जो चाहे वह कह सकते हैं, लेकिन यह बदलने वाला नहीं है.’’ 

नेपो किड भी होते हैं प्रतिभावान  
हडसन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अन्य क्षेत्रों में यह ज्यादा है, जैसे मॉडलिंग. उद्योग जगत में यह मुझे हॉलीवुड से ज्यादा नजर आता है. व्यावसायिक बैठकों में ऐसा अक्सर होता है मुझे ऐसा लगता है कि अरे यह किसकी संतान है? मतबल, इसे तो कुछ पता ही नहीं है.’’ पत्रिका ‘वल्चर’ में पब्लिश एक लेख ‘द ईयर ऑफ द नेपो बेबी’ के बाद हॉलीवुड में भाई-भतीजावाद को लेकर बहस शुरू हुई है. इस लेख में लिली-रोज़ डेप, जॉन डेविड वाशिंगटन, माया हॉक जैसे नए कलाकारों से लेकर दिग्गज कालाकार जॉर्ज क्लूनी, जेमी ली कर्टिस और माइकल डगलस का जिक्र किया गया था. 
इससे पहले, अदाकारा जेमी ली कर्टिस ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में भाई-भतीजावाद को लेकर जारी बहस की आलोचना करते हुए कहा था कि यह मान लेना सही नहीं है कि सभी मनोरंजन जगत से जुड़े लोगों के बच्चे (नेपो किड) प्रतिभाहीन होते हैं या वे किसी पॉपुलरिटी के लायक नहीं है.


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