नई दिल्ली: मशहूर मुसन्निफा तस्लीमा नसरीन ने गुज़िश्ता दिनों एआर रहमान (AR Rehman) की बेटी खतीजा रहमान (Khatija Rahman) के बुर्के को लेकर कहा था कि उन्हें यह देखकर घुटन होती है कि पढ़ी लिखी औरतों का ब्रेनवॉश कैसे किया जाता है. जिसके बाद अब खतीजा तस्लीमा नसरीन को सलाह देते हुए कहा है कि अगर मुझे देखकर आपको घुटन होती है तो कृप्या ताजी हवा में सांस लें. इसके साथ ही खतीजा ने यह भी कहा कि नारीवाद का मतलब महिलाओं को नीचा दिखाना नहीं है.


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खतीजा ने इंस्टाग्राम पर एक लंबी सी पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने कहा कि सिर्फ एक साल ही हुआ और यह मोज़ू एक बार सुर्खियों में आ गया है. मुल्क में इतना कुछ हो रहा है लेकिन लोग इस बात की फिक्र कर रहे हैं कि खातून ने जो लिबास पहना हुआ है वो उसे पहनना चाहिए या नहीं. जब भी इस मौज़ू पर इस तरह के बयान आते हैं तो मुझे गुस्सा आ जाता है और मैं बहुत सारी बातें कहना चाहती हूं. पिछले एक साल में, मुझे खुद की एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली है, जिसे मैंने कभी नहीं देखा, वाह, मैं काफी हैरान गई हूं. 


उन्होंने मज़ीद लिखा कि मैं अपनी ज़िंदगी में मुंतख़ब की गई चीज़ों के लेकर कभी पछतावा नहीं करूंगी. मैं बहुत खुश हूं और मुझे इस बात का फख्र है कि मैं क्या करती हूं और उन लोगों का शुक्रिया जिन्होंने मुझे इस तरह कुबूल किया. खतीजा नि लिखा कि प्यारी तस्लीमा नसरीन, मुझे अफसोस है कि आप को मेरी पोशाक से घुटन महसूस होती है. कृपया कुछ ताज़ी हवा में सांस लें. क्योंकि मैं जो महसूस करती हूं उसके लिए मैं फख्र करती और खुद को  ताकतवर महसूस करती हूं. मैं आपको मशवरा देती हूं कि हक़ीकी नारीवाद का क्या मतलब क्या है? क्योंकि वह दीगर ख्वातीन को परेशान नहीं करता और न ही उनके वालिद को इस मुद्दे पर खींच कर लाता है. साथ ही मुझे यह भी याद नहीं है कि मैंने आपके लिए अपनी तस्वीरें कब भेजी हैं.'


क्या कहा था तस्लीमा नसरीन ने


तस्लीमा नसरीन ने ट्वीट किया था कि उन्हें यह देखकर घुटन होती है कि पढ़ी-लिखी औरतों का ब्रेनवॉश कैसे किया जाता है. उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी लिखा कि, 'मुझे एआर रहमान का म्यूजिक बेहद पसंद है लेकिन जब भी मैं उनकी बेटी को देखती हूं तो मुझे घुटन होती है. यह बहुत ही मायूसकुन बात है कि एक कल्चर फैमिली में एक पढ़ी-लिखी खातून कैसे आसानी से ब्रेनवॉश का शिकार हो सकती है.


कौन हैं तस्लीमा नसरीन


तसलीमा नसरीन का पैदाईश बांग्लादेश के मयमनसिंह शहर में हुआ थी। उन्होंने मेडिकल की डिग्री लेने के बाद बतौर डॉक्टर काम करना शुरू कर दिया लेकिन उनको लिखने का बहुत शौक था और फिर उन्होंने लिखना शुरू कर दिया. अपने बेबाकपन के चलते बांग्लादेश में उन पर फ़तवा जारी कर दिया गया था जिसके बाद वो कोलकाता में रह रही हैं, हालांकि मुसलमानों की मुखालिफत के बाद वो कुछ वक्त के लिये दिल्ली और उसके बाद स्वीडन में भी कुछ वक्त गुज़ारा औऱ जनवरी 2010 में इंडिया लौट आईं। उन्होंने भारत में मुस्तकिल शहरियत के लिए भी अर्ज़ी दी थी लेकिन हिंदुस्तानी हुकूमत की ओर से उस पर अब तक कोई फैसला नहीं हो पाया है.


सबसे पहले कब ट्रोल हुईं थीं रहमान की बेटी


दरअसल अपने वालिद रहमान की फिल्म 'स्लमडॉग मिलियनेर' के 10 साल पूरे होने पर एक तकरीब का इनेकाद किया गया जिसमें रहमान की बेटी खतीजा भी शामिल हुई थीं. खतीजा इस तकरीब में साड़ी के साथ बुर्का पहने नज़र आईं. जब तकरीब की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं तो लोगों ने एआर रहमान के ऊपर सवालिया निशान लगा दिए. लोगों ने इल्ज़ाम लगाया कि रहमान ज़बरदस्ती अपनी बेटी को बुर्का पहनाते हैं