Manisha Koirala: 90 के दशक की बेहतरीन अदाकारा और लाखों दिलों पर राज करनी वाली अदाकारा मनीषा कोइराला सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस से कनेक्ट रहती हैं. एक्ट्रेस का जन्म नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक सियासी परिवार में हुआ था. मनीषा का शुमार अपने दौर की टॉप एक्ट्रेसेस में किया जाता है. मनीषा ने 1989 में नेपाली फिल्म 'फेरी भेटौला' से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा.  उन्होंने 1991 में हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में सुभाष घई की सुपरहिट फिल्म सौदागर से अपने फिल्मी करियर का आगाज किया था. जिसके बाद उन्होंने '1942 : ए लव स्टोरी', 'बॉम्बे', 'इंडियन', 'गुप्त : द हिडन ट्रूथ', 'खामोशी : द म्यूजिकल', 'दिल से..', 'कच्चे धागे' और 'एक छोटी सी लव स्टोरी' समेत कई फिल्मों में काम किया.


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हाल ही उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने फैंस की बातों का जवाब देते हुए बताया कि, वो आखिर इन दिनों क्‍या कर रही हैं. तीन दशकों से ज्यादा लंबे करियर के बाद एक्‍ट्रेस ने बताया कि, उन्‍होंने अब अपने आप को टाइम दिया है. मनीषा ने इंस्टाग्राम पर अपनी कई फोटोज शेयर की और लिखा, ''बहुत से लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं इन दिनों क्या कर रही हूं, लेकिन कभी-कभी ऐसा लगता है कि आप 53 साल की उम्र में पूछ रहे हैं कि आप ज्यादा कुछ नहीं कर सकते".उन्होंने आगे कहा, "मैं इस बात से भी खुश हूं कि मैंने लाइफ में अलग-अलग चीजों का मजा उठा रही हूं, सिर्फ वहीं चीजें कर रही हूं जो मुझे पसंद हैं. कभी-कभी कुछ नहीं करना, अपनी बिल्लियों और कुत्तों के साथ वक्त बिताने के अलावा मैं किताब पढ़ने, म्यूजिक सुनने और आध्यात्मिकता को समय देती हूं. जिमिंग के साथ मैं वर्ल्ड टूर का भी मजा उठाती हूं'.


 


एक्ट्रेस ने बताया कि, अपने 30 साल के करियर में 100 फिल्मों में काम करने के बाद अब उन्हें लगता है कि उन्होंने कुछ समय अपने लिए कमाया है. कैंसर से जीत हासिल करने वाली अदाकारा ने बताया कि, अच्छे लोग उनके आसपास हैं. मनीषा ने कहा, "मैं उनके प्यार और देखभाल में डूबी हुई हूं, मैंने अपनी जिंदगी का ज्यादा हिस्सा एक व्यस्त शहर में अकेले गुजारा है. एक सेलिब्रिटी होने के नाते कई बार मुझे उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है, अच्छे और बुरे लोगों का सामना करना पड़ता है". वर्क फ्रंड की बात करें कि, वह संजय लीला भंसाली की 'हीरा मंडी' में दिखाई देंगी, जो ब्रिटिश राज के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लाहौर के रेड-लाइट एरिया हीरा मंडी में तवायफों की जिंदगी की कहानियां बताती है.