Fawad Khan: किसी ने सही कहा है कि नक़ल करने के लिए अक़ल की ज़रूरत होती हैं. नहीं तो नुक़सान उठाना पड़ सकता हैं. इस कहावत की ताज़ा मिसाल पाकिस्तान के मशहूर अदाकार फ़वाद ख़ान ने पेश की. फवाद ख़ान जितने मशहूर पाकिस्तान में हैं उतने ही हिंदुस्तान में उनके चाहने वाले मौजूद हैं. पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान (Fawad Khan) अपनी अपकमिंग फिल्म 'द लीजेंड ऑफ़ मौला जट्ट' के प्रमोशन में बिज़ी हैं. फवाद ख़ान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा करके सबको हैरत में डाल दिया. फवाद ने बताया कि किस तरह आमिर ख़ान की कॉपी करने की वजह से उनको अस्पताल में दाख़िल होना पड़ा.


बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन कराना नहीं आया रास


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फवाज ख़ान ने 'द लीजेंड ऑफ़ मौला जट्ट' फिल्म के दौरान आने वाली परेशानियों के बारे में बताया. उन्होंने कहा है कि बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन  (शारीरिक बदलाव) के लिए बॉलीवुड अदाकार आमिर खान और क्रिश्चियन बेल को कॉपी करने की कोशिश की थी, लेकिन इसका उल्टा असर हुआ और उन्हें अस्पताल में दाख़िल होना पड़ा. फवाद ने कहा कि "लोगों को पता होना चाहिए जब कोई भी बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन करने की कोशिश करता है तब इसके साइड इफेक्ट्स होते हैं. मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ. मेरी किडनी ने काम करना बंद कर दिया था. जिसके बाद मुझे 10 दिन के लिए हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा."


'ठीक होने में 3 महीने का समय लगा'


फवाद ने बताया कि इस प्रोसेस ने उनकी फिजिकल हेल्थ पर काफी बुरा असर डाला क्योंकि उन्हें डायबिटीज़ भी है, और उन्हें ठीक होने में तीन महीने लग गए. उन्होंने कहा कि, "मैं पागल था जो इन चीजों में अपना वक़्त लगा रहा था. इन चीजों को करने का ये सही तरीक़ा नहीं है क्योंकि बात ये है कि मेरे पास महदूद वक्त था. परिस्थितियों की वजह से वैसा हुआ. मैं आमिर ख़ान या क्रिश्चियन बेल नहीं हूं लेकिन मैंने वो करने की कोशिश की जो वो करते हैं.


आमिर ख़ान ने गजनी, दंगल के लिए शरीर में किए थे बदलाव


बता दें कि आमिर ख़ान ने फिल्म 'गजनी' के लिए अपनी बॉडी में शारीरिक बदलाव किए थे. आमिर को अपनी बॉडी में तक़रीबन 13 महीने का वक्त लिया था जबकि  फिल्म 'दंगल' के लिए भी उन्होंने अपने शरीर में काफी बदलाव किए थे. आमिर ख़ान की 'गजनी' और 'दंगल' दोनों ही फिल्में सुपर हिट हुईं थीं 


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