बेटी के बचाव में उतरे रजनीकांत, `संघी` कहने पर मचा बवाल
Rajinikanth on Sanghi: साउथ के सुपर स्टार रजनीकांत की हाल ही में फिल्म `लाल सलाम` रिलीज होने वाली है, ऐसे में उनकी बेटी ने उन्हें यह कहकर बवाल खड़ा कर दिया है कि `वह संघी नहीं हैं`.
Rajinikanth on Sanghi: साउथ की फिल्मों के भगवान कहे जाने वाले रजनी कांत इन दिनों अपनी नई फिल्म लाल सलाम को लेकर चर्चा में हैं. हाल ही में एक इवेंट हुआ, जिसमें रजनी कांत की बेटी एश्वर्या ने कहा कि उनके पिता संघी नहीं हैं. इस पर एश्वर्या को ट्रोल किया जाने लगा. इस पर सुपर स्टार रजनीकांत ने अपनी बेटी का बचाव किया है.
रजनीकांत की सफाई
सुपरस्टार रजनीकांत ने बीते कल कहा कि उनकी बेटी ऐश्वर्या ने 'संघी' को 'बुरा शब्द' नहीं कहा. उसने केवल अपना नजरिया पेश किया कि वह एक मजहबी शख्स हैं. रजनीकांत के मुताबिक उनकी बेटी ने कहा कि "पिताजी एक मजहबी शख्स हैं जो सभी मजहब से प्यार करते हैं और जब ऐसा है तो पिता को इस तरह (संघी के रूप में) वर्णित क्यों किया जाना चाहिए." उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या का मतलब था कि अगर पिताजी संघी होते तो लाल सलाम जैसी फिल्म क्यों करते.
क्या बोलीं ऐश्वर्या
दरअसल ऐश्वर्या ने फिल्म के ऑडियो लॉन्च पर कहा कि मैं अक्सर सोशल मीडिया से दूर रहती हूं. लेकिन मेरी टीम के लोग अक्सर सोशल मीडिया पर रहते हैं. वह बताते रहते हैं कि क्या हो रहा है. उन्होंने एक वीडियो में देखा कि उनके पिता रजनीकांत को संघी कहा जा रहा है. इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं यह कहना चाहती हूं कि मेरे पिता संघी नहीं हैं. अगर वह संघी होते तो वह लाल सलाम जैसी फिल्म नहीं करते.
9 फरवरी को रिलीज होगी फिल्म
इसके बाद जब रजनीकांत से इन आरोपों के बारे में पूछा गया कि ऐश्वर्या ने फिल्म 'लाल सलाम' के प्रचार के लिए इस मुद्दे पर बात की है, तो उन्होंने इल्जामों को खारिज करते हुए कहा, 'ऐसा कुछ नहीं है.' उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या का मतलब था कि वह एक आध्यात्मिक शख्स हैं, ऐसे में उन्हें इस तरह ब्रांड क्यों किया जा रहा है. फिल्म लाल सलाम ऐश्वर्या निर्देशित है और 9 फरवरी को रिलीज होगी. फिल्म के कलाकारों में रजनीकांत भी शामिल हैं.
क्या है संघी?
'संघी' आम बोलचाल की भाषा में इस्तेमाल होने वाला शब्द है. इसका इस्तेमाल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ा हुआ शख्स या दक्षिणपंथी सपोर्टर के तौर पर इस्तेमाल होता है. ऐश्वर्या ने अपने पिता के लिए संघी शब्द का इस्तेमाल किया जिसके बाद इस पर बहस शुरू हो गई.