हाल ही में सरकार ने अपनी वेबसाइट पर दवाओं की जांच की जो रिपोर्ट जारी की है, उसे देखकर आप बीमार महसूस कर सकते हैं. जुलाई महीने में चेक की गई दवाओं की रिपोर्ट अगस्त में जारी की गई है. हो सकता है कि जो दवा आप इलाज के लिए लाए हों, उसकी क्वालिटी भी सवालों के घेरे में आ चुकी हो. सरकार वक्त-वक्त पर दवाओं के सैंपल मार्केट से उठाकर चेक करती है और हर महीने उसकी एक रिपोर्ट भी जारी करती है. जुलाई के महीने में सरकार के ड्रग डिपार्टमेंट ने जो सैंपल जांच के लिए उठाए, उनमें से 51 सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गए. 


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1306 दवाओं की हुई जांच


जुलाई के महीने में कुल 1306 दवाओं के सैंपल चेक किए गए थे. जो सैंपल पास नहीं हुए उनकी तादाद 51 है. दवाओं में 3 सैंपल ऐसे भी हैं जो स्पूरियस यानी पूरी तरह नकली मिले. 1252 सैंपल क्वालिटी टेस्ट में पास हुए. 


ये दवाएं हुई फेल 


सरकार के टेस्ट में जो दवाएं फेल हुई हैं, उनमें एसीडिटी कम करने की दवा, बुखार की दवा, एंटीबायोटिक और कई ऐसी दवाएं शामिल हैं, जो लोग केमिस्ट से लेकर खा लेते हैं. एंटीबायोटिक दवा Amoxycillin & Potassium Clavulanate, हाई ब्लड प्रेशर के इलाज की दवा AMLODIPINE AND ATENOLOL, डायबिटीज़ की दवा Metformin Hydrochloride, एसिडिटी कम करने की दवा Rabeprazole, और Folic Acid दवा फेल हो गई है.


तीन दवाएं फर्ज़ी पाई गईं


Pantoprazole Gastroresistant Tablets IP  यानी PAN 40 के नाम से बिक रही बड़ी दवा के फर्जी होने का शक जताया गया है. इसके अलावा Pantoprazole GastroResistant and Domperidone Prolonged Release Capsules जो बाजार में Pan D के नाम से मशहूर है, को फर्जी बताया गया है. Amoxycillin and Potassium एंटीबायोटिक के मामले में भी यही हुआ.


दवा मालिकों का जवाब


इन तीनों दवाओं को बनाने वालों ने सरकार को बताया है कि जो बैच नंबर चेक किया गया है वो बैच उन्होंने बनाया ही नहीं, यानी ये फर्ज़ी हो सकती हैं. हालांकि इस मामले की भी जांच चल रही है जिससे सच-झूठ का पता चल सके.