Ayurveda Tips: अगर आप रेस्पिरेटरी इंफेक्शन से पीड़ित हैं, तो ये छोटे-छोटे टिप्स दूर करेंगे आपकी परेशानी
Ayurveda Tips: आज-कल के बदलते मौसम की वजह से हर कोई बीमार हो रहा है. ऐसे में अक्सर लोग अंग्रेजी दवाओं का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आप आयुर्वेद टिप्स, घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं. यह बीमारी को ठीक करने में थोड़ा समय जरूर लेते हैं, लेकिन काफी कारगार माना जाता है. आइए देखते हैं.
Ayurveda Tips: आज के समय में मौसम में हो रहे बदलाव के कारण कई लोग मौसमी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं. वे विशेष रूप से सांस संबंधी बीमारियों, खांसी, जुकाम और मुंह की समस्याओं से परेशान रहते हैं. लेकिन आप हर छोटी-छोटी समस्या के लिए अंग्रेजी दवाइयों की बजाय किचन में मौजूद चीजों से इलाज पा सकते हैं. आयुर्वेद, एक प्राचीन चिकित्सा जिसे हम उपेक्षित कर रहे हैं, यह रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के लिए अच्छा समाधान हैं. हालाँकि इस उपचार से बीमारी कम होने में थोड़ा ज्यादा समय लगता है, लेकिन कम लागत पर अच्छा इलाज प्राप्त किया जा सकता है. आइए जानते हैं सांस संबंधी बीमारियों के लिए बेहतरीन घरेलू नुस्खों के बारे में-
रेस्पिरेटरी इंफेक्शन से बचाव के सरल उपाय
क्या आप खांसी और थकान से परेशान हैं..इसके लिए सबसे अच्छा उपाय है. इस काढ़े में ताड़ का गुड़ मिला लें. अच्छा समाधान पाने के लिए इसे एक सप्ताह तक पियें.
काली मिर्च का काढ़ा शहद के साथ या अदरक का रस शहद के साथ मिलाकर पीने से रेस्पिरेटरी इंफेक्शन से छुटकारा मिल सकता है.
अड्डासाराम की पत्ती का काढ़ा रोजाना एक चम्मच पीना चाहिए.
दूध में लकड़ी पीसकर मिलाने से उपाय होता है.
सर्पाक्षी की जड़ को पीसकर अदरक के रस में मिलाकर सेवन करने से खांसी और थकान धीरे-धीरे कम हो जाती है.
माचा के पत्तों को पीसकर उसकी सुगंध लेने से सांस संबंधी रोग कम हो जाते हैं.
नेला मुनगा पत्ती को 'वकुडु पत्ती' के नाम से जाना जाता है. यह पत्ता खांसी और अस्थमा को कम करता है.
यहां दिए गए आयुर्वेदिक टिप्स सामान्य जानकारी पर आधारित है. इन टिप्स को अपनाने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह और सुझाव जरूर लेना चाहिए.