Ice Bath Challenge: ठंडे पानी से नहाने के कई फायदे हैं. आजकल लोग आइस बाथ चैलेंज ले रहे हैं, आइस बाथ चैलेंज करने के बाद लोग इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर करते हैं. आइस बाथ में आपको एक बाल्टी में बर्फ के टुकड़े डालकर उस पानी से नहाना होता है. इस चैलेंज को करते हुए विदेशों में कुछ लोग बर्फ से जमी झीलों में डुबकी लगा लेते हैं. आइस बाथ से सूजन और मांसपेशियों का दर्द कम हो जाता है, ठंडे पानी से नहाना खून के बहाव को ठीक करने के अलावा कई तरह से फायदा देता है, लेकिन ठंड में आइस बाथ लेना नुकसान भी दे सकता है. इस लेख में आपको बताते हैं कि सर्दियों में आइस बाथ लेने से हेल्थ को क्या नुकसान हो सकते हैं.


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आइस बकेट चैलेंज की शुरुआत कब हुई?
ALS (लू गेहरिग्स बिमारी) के लिए लोगों को जागरुक करने और इसके रोगियों के लिए पैसा जुटाने के लिए 2014 में आइस बकेट चैलेंज की शुरुआत हुई थी. इस चैलेंज में हिस्सा लेने वाले लोग बर्फ के पानी से नहाते थे और दूसरों को चैलेंज करते थे. आइस बकेट चैलेंज में बिल गेट्स और जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने भी हिस्सा लिया था. लेकिन हर सर्दी के मौसम में लोग इस ट्रेंड को करना शुरु कर देते हैं और सही जानकारी न होने की वजह से अपनी जान को जोखिम में डालते हैं.


सर्दी में ना ले जौखिम
डाक्टरों के मुताबिक सर्दियों में आइस बाथ चैलेंज लेना खतरें से भरा हो सकता है. सर्दियों में तापमान पहले से कम होता है ऐसे में ज्यादा ठंडे पानी से नहाने से आपको हाइपोथर्मिया (Hypothermia) हो सकता है. अचानक से ठंडे पानी के संपर्क में आना दिल पर भी बुरा असर डालता है. अगर ठंड के मौसम में आप आइस बकेट चैलेंज लेने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले आपको अपनी शरीर पर ध्यान देना चाहिए. अपनी बॉडी से मिलने वाले संकेतों को पहचानें और सतर्क रहें. इसके साथ ही, अगर आप ज्यादा ठंडे पानी से नहाने वाले हैं तो आपको किसी हेल्थ एक्सपर्ट से पहले सलाह लेनी चहिए.