Mobile Phones Cancer: दुनिया की 74 फीसद आबादी मोबाइल का इस्तेमाल कर रही है. मोबाइल के इस्तेमाल से लोगों को कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है, कुछ लोगों का मानना है कि मोबाइल के इस्तेमाल से शरीर में कैंसर के लक्षण भी देखने को मिलते हैं. लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस बात को सिरे से नकार दिया है. WHO ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया है कि मोबाइल के इस्तेमाल से कैंसर नहीं होता है. मोबाइल से आपके किसी भी हिस्से में कैंसर के कोई लक्षण नहीं दिखते हैं. और ना ही इससे ब्रेन कैंसर में किसी तरह की कोई परेशानी होती है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अगर आपके शरीर में पहले से भी कैंसर के सेल्स मौजूद हो तो भी मोबाइल उसमें किसी तरह की कोई परेशानी पैदा नहीं करता है. 


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मोबाइल फोन्स को लेकर ये रिपोर्ट ऑस्ट्रेलियन रेडिएशन प्रोटेक्शन एंड न्यूक्लियर सेफ्टी एजेंसी (ARPANSA) ने दिया है. इस रिपोर्ट को तैयार करने में पूरी दुनिया से 5000 से ज्यादा स्टडीज को शामिल किया गया है. इस रिपोर्ट में साल 1994 से लेकर 2022 तक की स्टीडीज को शामिल किया गया है. इस स्टीडीज को पूरी तरह से जांचने के बाद वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि मोबाइल फोन चलाने से किसी प्रकार की कोई भी कैंसर सेल्स आपके शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. 


ये रिपोर्ट उन सभी जानकारी को गलत साबित करता है, जो सोशल मीडिया पर लोगों को गुमराह कर रही है. कुछ लोगों का दावा था कि मोबाइल फोन से निकलने वाला रेडिएशन आपके ब्रेन सेल्स को नुकसान पहुंचाता है. जो आगे चलकर कैंसर का कारण बनती है. 


इस रिपोर्ट में ये तो साफ हो गया कि मोबाइल के इस्तेमाल से कैंसर नहीं होता है,  लेकिन मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से आपके शरीर में बाकी कई तरह की परेशानी देखने को मिलती है, मोबाइल फोन के ज्यादा इस्तेमाल से आपकी आंखे कमजोर होती है, आपका स्ट्रेस लेवल बढ़ता है. इसके साथ-साथ आपका फोकस लेवल भी कम होता है.