Protein Deficiency: शरीर में प्रोटीन की कमी के क्या हैं नुकसान? जानें इसके लक्षण
Protein Deficiency: प्रोटीन की कमी के बारे में हम सब जानते हैं, लेकिन कैसे पहचानें कि हमारी शरीर में प्रोटीन की कमी है? आइये जानते हैं इसकी कमी के लक्षण और होने वाली समस्याएं
Protein Deficiency: शरीर में प्रोटीन का महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि यह एनर्जी का अहम स्रोत माना जाता है. आमतौर पर प्रोटीन मांस, दूध उत्पादों, अंडे, नट्स में मिलता है. प्रोटीन की कमी के लक्षण और नुकसान के बारे में सही जानकारी होना जरूरी है. ऐसे में हम आपको प्रोटीन की कमी के लक्षण और इसकी कमी से शरीर को क्या-क्या नुकसान होता है, उसके बारे में जानकारी देने वाले हैं. आइये आसान भाषा में समझते हैं.
प्रोटीन की कमी के लक्षण (Protein Deficiency Symptoms)
मांसिक कमजोरी: प्रोटीन की कमी की वजह से मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है, जिससे शारीरिक कार्यक्षमता कम हो जाती है. लोगों को सोचने और समझने में दिक्कत पेश आने लगती है.
शरीर का वजन कम होना: प्रोटीन के कम होने से शरीर का वजन कम होने की संभावना बढ़ जाती है.
बालों और नाखूनों की कमजोरी: प्रोटीन की कमी की वजह से बालों और नाखूनों की मजबूती में कमी आ सकती है और ये कमजोर हो सकते हैं. आमतौर पर प्रोटीन की कमी की वजह से नाखून और बाल टूटने लगते हैं.
चक्कर आना और कमजोरी: प्रोटीन की कमी से अक्सर चक्कर आने, कमजोरी, और थकावट की समस्या हो सकती है. हालांकि, ऐसा आयरन की कमी की वजह से भी होता है.
स्किन से जुड़ी समस्याएं: प्रोटीन की कमी से त्वचा की समस्याएं जैसे कि रूखापन और मस्से हो सकते हैं. जिन लोगों में प्रोटीन की कमी होती है उनकी स्किन डल और खुरदुरी रहने लगती है.
प्रोटीन की कमी के नुकसान (Protein Deficiency Side Effects)
शारीरिक कमजोरी: प्रोटीन की कमी शारीरिक कमजोरी और बीमारी का कारण बन सकती है. शरीर कमजोर महसूस करने लगता है और बीमारियां जल्दी-जल्दी होती है.
पेट में बच्चे का डेवलपमेंट: गर्भवती महिलाओं में प्रोटीन की कमी शिशु के सही विकास में बाधा डाल सकती है. प्रोग्नेंट महिलाओं के डॉक्टर की सलाह के बाद उचित मात्रा में प्रोटीन लेना चाहिए.
इम्यून सिस्टम की कमजोरी: प्रोटीन की कमी से इम्यून सिस्टम की कमजोरी होती है, जिसकी वजह से आप जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं.
शारीरिक विकास में बाधा: युवा आयु में प्रोटीन की कमी शारीरिक विकास को रोक सकती है, जिसकी वजह से एनर्जी लेवल डाउन रहने लगता है और मासपेशियों का विकास वहीं होता है.
बीमारियों का खतरा: प्रोटीन की कमी से अलग-अलग बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
प्रोटीन रिच फूड्स (Protein Rich Foods)
मांस (चिकन, मटन, बीफ): मांस मेन प्रोटीन का स्रोत माना जाता है और हर 100 ग्राम में लगभग 20-25 ग्राम प्रोटीन मिलता है.
दूध के प्रोडक्ट्स (दूध, पनीर, दही): दूध उत्पाद भी प्रोटीन का अच्छा स्रोत होते हैं.
अंडे: एक अंडे में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन होता है. जिसे आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
सोया उत्पाद (सोया बीन्स, सोया मिल्क, टोफू): सोया प्रोडक्ट्स वेजीटेरियन लोगों के लिए प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं.
मछली: मछली में भी प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है, साथ ही ये ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का भी अच्छा स्रोत होती है.
नट्स (अलमोंड, वालनट, काजू): नट्स में प्रोटीन, फाइबर, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैंय
चीज़ (छेद्दर, मोज़रेला): चिज़ में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, लेकिन इसका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए.