Covid-19 new varient- भारत के केरल में कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन.1 के मामले  लगातार बढ़ रहे हैं. भारत के अलावा चीन और अमेरिका में भी इस वेरिएंट का संक्रमण पाया गया है. केरल में अभी कोविड-19 के 1,324 एक्टिव केस हैं. बीते शनिवार को इस संक्रमण से प्रदेश में चार लोगों की मौत भी हो गई है. ऐसे में प्रदेश सरकार ने अपनी जनता से पैनिक न करने की अपील की है. सरकार का कहना है कि प्रशासन मुस्तैद है, और प्रदेश में टेस्टिंग रेट भी ज्यादा है जिसके कारण संक्रमण के मामले जल्दी जल्दी सामने आ रहें हैं. अधिकारियों का कहना है कि अभी ये नहीं पता चल पा रहा है कि अभी जेएन.1 वेरिएंट के कितने मामले हैं, क्योंकि बहुत कम सैंपल ऐसे हैं जिनकी जिनोम सीक्वेंसिंग की जाती है और यही तरीका है जिससे नए वेरिएंट के बारे में पता चल सकता है. इस मुद्दे पर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का कहना है कि आम लोगों को परेशान होने की ज़रूरत नहीं है औऱ हालात काबू में हैं.

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कब आया पहला मामला 
अधिकारियों के हवाले से जेएन.1 सब-वेरिएंट का संक्रमण, केरल में दिसंबर माह की शुरुआत में सामने आया. सबसे पहले ये वेरिएंट जिस महिला में मिला था वो 79 साल की थी जिन्हें हल्का इंफ़्लुएंज़ा था. दुनिया में इस वेरिएंट का पहला मरीज़ सिंगापुर में मिला था. 18 नवंबर को महिला का सैंपल लिया गया था जिसमें कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन-1 की पुष्टी हुई थी. अभी केरल और तमिलनाडु में इस वेरिएंट के कुछ मरीज पाए गए हैं. बता दें कि कोरोना का नया वेरिएंट सबसे पहले लक्ज़मबर्ग में मिला था. लेकिन अब इसके मरीज आइसलैंड, इंग्लैंड, फ्रांस, और अमेरिका में भी मिल चुके है. 

नए वेरिएंट के लक्षण 
CDC के मुताबिक फिलहाल इस वेरिएंट के सटीक लक्षणों के बारे में नहीं कहा जा सकता है. वैसे कोरोना के आम लक्षणों को भी गंभीरता से लेने की जरूरत है. जिसमें सर्दी-खांसी, जुखाम, नाक की गंध का जाना, खाने का स्वाद न पता चलना, हल्का या तेज़ बुखार और सर का दर्द शामिल है.