Israel Iran War: मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर है. खासतौर पर पूरी दुनिया की नजर इस वक्त ईरान पर है. इसराइल के हमले के बाद तेहरान लगातार जवाबी हमले की बात कर रहा है. इसराइल ने इस हमले को ईरान के 1 अक्टूबर के हमले  का जवाब बताया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, लेबनान में 27 अक्टूबर इसराइली एयर स्ट्राइक में हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी. इसके जवाब में चार दिन बाद तेहरान ने इसराइल पर विध्वंसक हवाई हमले किए थे. अब आईडीएफ ने बीते  दिनों ईरान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए थे, जिसमें अब तक पांच की की मौत हो चुकी है. ईरान इसी का बदला लेने के लिए तेल अवीव पर जवाबी हमला करने की बात कर कर रहा है. इस बीच, अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दे दी है.


व्हाइट हाउस का ईरान को चेतावनी
व्हाइट हाउस ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसकी तरफ से इसराइली हमले का जवाब दिया गया तो अमेरिका यहूदी देश के साथ खड़ा होगा. व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरीन जीन-पियरे ने बुधवार को कहा, "ईरान को इसराइल की जवाबी कार्रवाई का जवाब नहीं देना चाहिए. अगर वे ऐसा करते हैं, तो हम इसराइल का समर्थन करेंगे."


उल्लेखनीय है कि पिछले शनिवार (26 अक्टूबर) को इसराइल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए थे. इसे लेकर इसराइली सेना ने कहा था कि शनिवार सुबह का अटैक अक्टूबर को यहूदी राष्ट्र पर तेहरान के हमले का जवाब था.


यह भी पढ़ें:- इजरायली हमले से लेबनान में भारी तबाही, चारों तरफ बिखरी लाशें, अब तक इतने की मौत


 


IRNA ने दी ये जानकारी 
वहीं, ईरान की सरकारी एजेंसी के मुताबिक IRNA ने बताया कि 26 अक्टूबर के इसराइली हमलों में एक नागरिक की मौत हो गई, जिससे हमले में मरने वालों की तादाद बढ़कर पांच हो गई. इससे पहले समाचार एजेंसी ने कहा था कि हमलों में चार ईरानी सैन्यकर्मी मारे गए.


इसराइल को जवाब देंगे; मसूद पेजेशकियन
ईरानी प्रेसिडेंट मसूद पेजेशकियन ने रविवार (27 अक्टूबर) को कहा, "हम जंग नहीं चाहते, लेकिन हम अपने लोगों, राष्ट्र के अधिकारों की रक्षा करेंगे और इसराइल के हमले का उचित जवाब देंगे."


 इसराइल को नतीजे भुगतने होंगे; अब्बास अराघची 
वहीं, ईरान के फॉरेन मिनिस्टर सैय्यद अब्बास अराघची ने मंगलवार (29 अक्टूबर) को कहा कि ईरान पर हमला करने के लिए इसराइल को नतीजे भुगतने होंगे. मंत्री ने यह बात राजदूतों और डिप्लोमेटिक मिशंस, यूनाइटेड नेशन्स दफ्तरों और इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन संगठनों के प्रमुखों के साथ राजधानी तेहरान में एक बैठक में कही.


अराघची ने कहा, "इसराइल और उसके 'समर्थक' ईरानी धरती पर हमले के लिए सियासी और कानूनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं और उन्हें इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. ईरानी मंत्री ने कहा कि देश ने 'इस तरह के हमले का सही तरीके से जवाब देने के अपने कानूनी अधिकार को पूरी तरह से सुरक्षित रखा है." उन्होंने जोर देकर कहा कि तेहरान ऐसा करने में न तो हिचकिचाएगा और न ही जल्दबाजी करेगा."