Gaza News: खान यूनिस के नासिर अस्पताल में अराजकता और दहशत की तस्वीरे देखने को मिली है. इजरायली बलों ने दक्षिणी गाजा पट्टी में मेडिकल सर्विस पर हमला किया था और फिलिस्तीनियों ने वहां से हटने की कोशिश की है. इज़रायली सेना ने हजारों मरीजों, चिकित्सा कर्मचारियों और विस्थापित परिवारों को अलग-थलग करते हुए हफ्तों से अस्पताल को को घेर रखा है - जिनमें से कई अंदर फंसे हुए हैं.


लोगों पर ज्यादती कर रही है इजरइली सेना


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गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-कुद्रा ने कहा कि इजरायली सैनिक 95 डॉक्टर्स, 191 मरीजों और 165 विस्थापित लोगों को पानी, भोजन या बच्चों के लिए दूध के बिना "मुश्किल हालातों" में चिकित्सा केंद्र की एक पुरानी इमारत में रहने पर मजबूर कर रहे थे.


नासिर अस्पताल में हालात गंभीर


अल-कुद्रा ने एक बयान में कहा,"नासिर मेडिकल कॉम्प्लेक्स में घटती चिकित्सा क्षमता की वजह से एक भयावह, चिंताजनक स्थिति देखी जा रही है, क्योंकि अगले 24 घंटों में ईंधन खत्म होने वाला है, जिससे सीधे तौर पर मरीजों के जीवन को खतरा है. कई बच्चे इंक्यूबेटर पर हैं.


क्या है इजराइल का आरोप?


इज़रायली सेना ने हमास पर बंदियों को रखने के लिए मेडिकल कैंपस का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है, लेकिन उसने दावे के लिए कोई सबूत नहीं दिए हैं. गाजा पर शासन करने वाले फिलिस्तीनी ग्रुप ने इसका जोरदार खंडन किया है. छापेमारी से मरीज़ और चिकित्साकर्मी विस्थापित हो गए हैं जिन्होंने भयावह और मुश्किल हालातों के बारे में बात की है.


एक पेशेंट कहता है,"मैं अपने पति के साथ चली गई, जो अंधा है. मैं किडनी डायलिसिस करा रही थी. उन्होंने हमारे आसपास की दीवारों के साथ-साथ डॉक्टर के कमरे को भी तबाह कर दिया. उन्होंने हमें वहां से चले जाने का आदेश दिया और हम पर गोलीबारी की, ऊपर से हमारे सिर पर बम और रॉकेट दागे.”


महिला पेशेंट कहती है,"उन्होंने इमारत को तबाह कर दिया. हम दरवाजे से चले गए, और मैंने पति के साथ सीवेज के रास्ते जाना चुना. फिर इस्राएलियों ने मेरे पति को ले लिया, और मेरे दो बैग खो गए. मैं उन्हे ढूँढ़ नहीं सकती.," इज़रायली सेना ने कहा कि उसने नागरिकों को बाहर निकलने की अनुमति देने के लिए "एक सुरक्षित मार्ग" खोला है, जबकि डॉक्टर और मरीज़ अंदर रह सकते हैं.


गाजा के हालात गंभीर


गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर से इजरायल के हमलों में कम से कम 28,663 लोग मारे गए हैं और कम से कम 68,395 घायल हुए हैं. गाजा के लोगों के पास अब रहने के लिए कोई जगह नहीं बची है.