इसराइल के बम और गोलियों की तरह कहर बरपा रही है गज़ा की ठंडी, छीन रही है बच्चों की जान
Gaza War: इसराइल का गाजा पर विनाशकारी आक्रमण जारी है. इसराइली हमले में अब तक 45,436 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. दक्षिणी गाजा में बढ़ती ठंडी और इसराइली घेराबंदी की वजह से पिछले 72 घंटों में हाइपोथर्मिया से कम से कम चार मासूमों की मौत हो गई है.
Gaza War: गाजा में पिछले साल अक्टूबर महीने से इसराइली सेना ने जमीनी और हवाई हमले जारी रखे हैं. इस हमले में हजारों फलस्तीनियों की मौत हो गई है, जबकि लाखों लोग बेघर हो गए हैं और तंबू में अपना जीवन-यापन कर रहे हैं. इस बीच, फिलस्तीनियों के लिए बने रिफ्यूजी कैंप से मानवता को शर्मसार करने वाली खबर आई है.
दक्षिणी गाजा में बढ़ती ठंडी और इसराइली घेराबंदी की वजह से पिछले 72 घंटों में हाइपोथर्मिया से कम से कम चार मासूमों की मौत हो गई है. मरने वाले बच्चों में आयशा अल-कसास, अली इसाम सक्र, अली होसाम अज्जाम और सिला महमूद अल-फसीह शामिल हैं.
बुधवार, 25 दिसंबर को, एक तीन सप्ताह की मासूम की रात ठंड लगने से मौत हो गई, बताया जा रहा है कि उसके तंबू को हवा से बचने के लिए ठीक से सील नहीं किया गया था. गाजा में फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक डॉ. मुनीर अल-बुर्श ने X पर एक पोस्ट में लिखा, "सिला महमूद अल-फसीह स्थित टेंट में ज्यादा ठंड से पड़ने से 3 सप्ताह की मासूम की मौत हो गई." मवासी खान यूनिस में समुद्र तट पर, इसराइली कब्जे वाले क्षेत्र को विस्थापित व्यक्तियों के लिए एक अस्थायी सुरक्षित मानवीय क्षेत्र घोषित किया गया है."
मासूम के पिता ने बताया रूह कांपने वाली कहानी
सिला के पिता ने एक वीडियो में उसे सफेद कफन में पकड़े हुए कहा, "सुबह, जब उसकी मां उसे फिर से स्तनपान कराने जा रही थी, तो हमने उसे नीला पाया, ठंड की वजह से उसके मुंह से खून आ रहा था. उसके पीले चेहरे पर उसके बैंगनी होंठ दिखाई दे रहे थे."
"तंबू नहीं मौत का रेफ्रिजरेटर"
वहीं, एक्स पर एक अन्य पोस्ट में डॉ मुनीर ने लिखा, "तंबू नहीं, बल्कि मौत के रेफ्रिजरेटर. गाजा पट्टी में विस्थापन तंबुओं में अत्यधिक ठंड की वजह से एक सप्ताह के भीतर दो बच्चियां शहीद हो गईं, और हम अभी भी सर्दियों के पहले दिनों में हैं."
इसराइल की गाजा में में कई तरह की पाबंदी की वजह से कैंप में रह रहे बच्चे कुपोषण शिकार हो गए हैं और सैकड़ों बच्चों की मौत भी हो गई है. वहीं, डॉ मुनीर ने बताया कि जंग में अब तक 17,600 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है.
45 हजार से ज्यादा की मौत
हमास और इसराइल के बीच जंग 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ था, तब से, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के फौरन सीजफायर करने का अनुरोध कर रहा है. लेकिन, इसके बावजूद इसराइल गाजा पर विनाशकारी आक्रमण कर रहा है. इसराइली हमले में अब तक 45,436 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. जबकि इस जंग में 108,038 से ज्यादा अन्य लोग घायल हुए हैं. वहीं, इसराइल ने हमास के हमले में करीब 1,200 लोग मारे गए हैं और 250 से ज्यादा बंधक बनाए गए हैं.