Gaza War: गाजा के हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं. गाजा हिंसा में अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें सबसे ज्यादा 21 हजार महिलाओं और बच्चों की मौत हुई है. इस बीच इसराइली फौज ने फिलिस्तीनियों पर ओपन फायरिंग की है. दरअसल, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 29 फरवरी की शाम लोग मदद का इंतजार कर रहे नागरिकों पर ओपन फायरिंग की, जिसमें लगभग 115 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 700 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.


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गाजा में भूख से 4 बच्चों की हो गई है मौत
वहीं, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक चौंकाने वाला दावा किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा में बच्चे भूख से मर रहे हैं और 29 फरवरी को भूख की वजह से 4 बच्चों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद इसराइली फौज की दुनिया भर में निंदा की जा रही है. 


फ्रांस के राष्ट्रपति ने की कड़ी निंदा
ओपन फायरिंग की खबर सामने आने के बाद फ्रांस के राष्ट्रपित इमैनुएल मैक्रों ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा,  गाजा से आ रही तस्वीरों पर गहरा आक्रोश, जहां इजरायली सैनिकों के जरिए नागरिकों को निशाना बनाया गया है. मैं इन गोलीबारी की कड़ी निंदा करता हूं और सच्चाई, न्याय और अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति सम्मान का आह्वान करता हूं.



उन्होंने आगे लिखा, "गाजा में हालात भयावह है. सभी नागरिक आबादी की सुरक्षा की जानी चाहिए. मानवीय सहायता वितरित करने की इजाजत देने के लिए फौरन सीजफायर लागू किया जाना चाहिए."


यूरोपियन यूनियन ने की निंदा
वहीं, यूरोपियन यूनियन के टॉप विदेश नीति चीफ जोसेप बोरेल ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "लोगों को खाने से वंचित करना इंटरनेशनल मानवीय कानून का गंभीर उल्लंघन है. ये मौतें किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं है. गाजा में बिना किसी रुकावट के मदद पहुंचनी चाहिए.”