Gaza War: इजराइल और गाजा के बीच जंग जारी है, और कई बंधकों की मौत हो चुकी है. जिससे लोगों के बीच काफी नाराज़गी है. इस बीच हमास का बयान आया है. इस बयान के बाद इजराइली जानता ने नेतन्याहू के घर को घेर लिया है, और नेतन्याहू के खिलाफ नारे लगा रही है.


क्या बोला हमास संगठन


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गाजा के संगठन ने कहा है कि अगर इज़रायली सेना उनके ठिकानों पर हमला करती है तो बंधकों को कैसे संभाला जाए, इस बारे में उसने निर्देश जारी किए हैं. फ़िलिस्तीनी उग्रवादी समूह के सशस्त्र विंग के प्रवक्ता ने रॉयटर्स को बताया कि ये आदेश महीनों पहले जारी किए गए थे.


हमास ने क्यों जारी किया बयान


यह बयान इजरायल के जरिए यह ऐलान करने के एक दिन बाद आया है कि उसने दक्षिणी गाजा के राफा में एक सुरंग से छह बंधकों के शव बरामद किए हैं, जिनमें एक इजरायली-अमेरिकी भी शामिल है. इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने दावा किया कि बंधकों की "क्रूरतापूर्वक" हत्या सैनिकों के उन तक पहुंचने से "थोड़ी देर पहले" कर दी गई थी.


हमास के अबू उबैदा ने क्या कहा?


हमास के अधिकारी अबू उबैदा ने कहा कि यह निर्देश तब दिए गए जब इजरायल ने अपने चार नागरिकों को बचाया, जिन्हें 7 अक्टूबर को हमास के हमलों के दौरान गाजा के नुसेरात रेफ्यूजी कैंप से पकड़ा गया था. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, जून में किए गए इस बचाव अभियान में कम से कम 274 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई थी.


उबैदा ने बताया हालात कैसे संभाला जाए
उबैदा ने कहा,"यह सभी को साफ कर देना चाहिए कि नुसेरात की घटना के बाद कैदियों की हिफाजत के लिए नियुक्त मुजाहिदीन को नए निर्देश जारी किए गए हैं." उन्होंने कहा,"इन निर्देशों में बताया गया है कि अगर कब्जा करने वाली सेना उस जगह पर पहुंच जाए जहां कैदियों को रखा गया है तो हालात को कैसे संभाला जाए."


नेतन्याहू हैं मौत के जिम्मेदार


उबैदा ने छह बंधकों की मौत के लिए इजरायली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, और साथ ही इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पर बातचीत करने के बजाय सैन्य कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. उबैदा ने कहा,"नेतन्याहू के जरिए समझौता करने के बजाय सैन्य दबाव के माध्यम से कैदियों को रिहा करने पर जोर देने का अर्थ है कि उन्हें कफन में लपेटकर उनके परिवारों के पास वापस भेज दिया जाएगा."


परिवारों को करना होगा चुनाव


उबैदा ने कहा,"उनके परिवारों को यह चुनना होगा कि वे उन्हें जीवित या मृत देखना चाहते हैं." छह और मरे हुए बंधकों की खोज के बाद उग्र इज़रायलियों ने नेतन्याहू सरकार के खिलाफ़ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया. हमास के जरिए बंधक बनाए गए लोगों के परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले बंधक और लापता परिवार फोरम ने बंधकों को घर वापस लाने में विफल रहने के लिए नेतन्याहू की निंदा की है.