Hezbollah Israel War: इसराइली सेना ने दावा किया है कि शुक्रवार को बेरूत में किए गए हमलों में हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और उसकी बेटी जैनब नसरल्लाह की मौत हो गई है. नसरल्लाह तीन दशक से ज्यादा समय से हिजबुल्ला का नेतृत्व कर रहा था. इस तरह से हिज्बुल्लाह की टॉप लीडरशिप पूरी तरह से अब खत्म हो गई है. ऐसे में सवाल उठता है कि ईरान समर्थित लेबनानी संगठन की कमान आगे कौन संभालेगा?


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क्या नसरल्लाह की मौत से हिज्बुल्लाह संकट में आ गया है? या फिर ये माना जाए कि इसराइल ने इस बार लेबनानी दुश्मन का पूरी तरह से सफाया कर दिया है? लेकिन ये कहना थोड़ी जल्दबाजी हो जाएगी. क्योंकि हिज्बुल्लाह की 32 साल से कमान संभाल रहे नसरल्लाह यकीनन सबसे बड़ा चेहरा था, लेकिन उन्होंने अपनी भविष्य को देखते हुए अपने पीछे एक ऐसे चेहरे को छोड़ दिया है, जो नसरल्लाह से भी खतरनाक है. तो आइए जानते हैं वो कौन है? 


वैसे तो हिज्बुल्लाह जैसे समूहों में टॉप लीडरों के चयन की प्रक्रिया अक्सर गुप्त होती है. लेकिन हिज्बुल्लाह जैसेस संगठनों पर नजदीक से नजर रखने वाले एक्सपर्ट का कहना है कि किसी भी नए नेता को तब चुना जाता है जब ईरान इसका समर्थन करता है, साथ ही वो लेबनान में सगठन के भीतर हो.


अब बात करते हैं वो कौन है जो हिज्बुल्लाह का नया चीफ बन सकता है. दरअसल,  हिज्बुल्लाह के नए चीफ के तौर  पर हाशेम सफीद्दीन का नाम आ रहा है. हिज्बुल्लाह के करीबी सूत्रों के मुताबिक, हाशेम सफीद्दीन नसरल्लाह के उत्तराधिकारी माने जाते हैं, जो शुक्रवार को हुए इसराइली हमले में जिंदा बच निकलने में सफल रहा है.


कौन है हाशेम सफीद्दीन?
हाशेम सफीद्दीन हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के रिश्ते में ऐसे तो चेचेरे भाई हैं. वो नसरल्लाह के वो सबसे खास लोगों में से एक हैं. सफीद्दीन हिज्बुल्लाह की सबसे अहम यूनिट राजनीतिक मामलों की देखरेख करने के अलावा जिहाद परिषद में भी बैठते हैं. इतना ही नहीं मौलाना सफीद्दीन खुद को पैगंबर मोहम्मद के वंशज होने का संकेत देते हुए काली पगड़ी पहनता है.


अमेरिकी विदेश विभाग ने साल 2017 में हाशेम सफीद्दीन को आतंकवादी घोषित किया था. हाशेम का कद हिज्बुल्लाह में कितना बड़ा था इस बात से जान सकते हैं कि उन्होंने ही एक कमांडर की हत्या के बाद नसरल्लाह की जगह इसराइल पर बड़े पैमाने हमले की धमकी दी थी. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नसरल्लाह ने हिज्बुल्लाह के भीतर अलग-अलग परिषदों में हाशेम के लिए पदों को पहले से ही तैयार करना शुरू कर दिया था  ताकि हाशेम को संगठन के चेहरे के तौर पर स्थापित किया जा सके. 


इतना ही सफीद्दीन का ईरान के कुद्स फोर्स के पूर्व कमांडर कासिम सुलेमानी से भी पारिवारिक रिश्ता है. यही कारण है कि ईरान के साथ उनका मजबूत संबंध हिज्बुल्लाह के अगला चीफ बनने लिए उसकी दावेदारी को और मजबूत बना रही है. बता दें कि, सुलेमानी की बेटी का निकाह सफीद्दीन के बेटे से साल 2020 में हुआ था.


तीन दशकों से हिज्बुल्लाह में एक बड़े प्लेयर की भूमिका निभाते आ रहा हाशेम की वेशभूषा और हाव-भाव भी नसरल्लाह से काफी मिलती-जुलती है. उन्होंने संगठन के संचालन और वित्तीय मामलों की जिम्मेदारी निभाई है.


इसारइल ने नसरल्लाह को कैसे बनाया निशाना?
उल्लेकनीय है कि इसराइली सेना ने बीते कुछ दिनों से हिज्बुल्लाह के खिलाफ हवाई हमले तेज कर दिए थे. इसी क्रम में  23 सितंबर को इसराइली डिफेंस फोर्स ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के 100 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया. हालांकि, इससे पहले लेबनान में हुए पेजर और वॉकी टॉकी धमाकों का जवाब देते हुए हिज्बुल्लाह ने इसराइल पर विध्वंसक हमले किए, जिसमें इसराइल को भारी नुकसान हुआ. इसके बाद दोनों तरफ लगातार हमले शुरू हो गए यानी दोनों के बीच फुल-फ्लेज्ड वॉर शुरू हो गई.



इस बीच, शुक्रवार को इसराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में खिताब किया. पीएम की इस स्पीच के कुछ ही घंटे बाद इसराइल ने लेबनान के रिहाईशी इलाका हदियाह पर भीषण हमला कर दिया.इसी हमले में हिजबुल्लाह चीफ के मारे जाने का इसराइली सेना ने दावा किया है. IDF के मुताबिक, नसरल्लाह हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर में मौजूद होने की सूचना मिलते ही उसके हेडक्वार्टर पर करीब 60 मिसाइलें दागी गईं.