Iran Israel War: ईरान और इसराइल के बीच बढ़ते टेंशन की वजह से मिडिल ईस्ट चिंता बढ़ गई है. इसराइल के ईरान पर हमले के बाद पूरी दुनिया की नजर इस्लामी गणराज्य पर टिकी हुई है. तेहरान ने इसराइल के हमले का जवाब देने की कसम खाई है. सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई समेत ईरानी सैनिक के जनरल समेत कई टॉप के अफसरों ने इसराल को धमकी दी है. वहीं, अमेरिका समेत कई देशों ने ईरान को इसराइल पर हमला न करने के लिए चेतवानी दे चुके हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस बीच, ईरानी संसद ने सभी चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए इसराइल के खिलाफ बड़ा फैसला लिया है. ईरान के सांसद इस्माइल कोवसरी के मुताबिक ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (SNSC) ने इसराइल के खिलाफ जवाबी हमले को मंजूरी दे दी है.


ईरानी सांसद के इस फैसले के बाद मिडिल ईस्ट में जारी संघर्ष में  मध्य पूर्व के देशों के साथ-साथ पूरी दुनिया में चिंता बढ़ गई है कि ईरान के इसराइल पर तीसरे हमले के बाद जंग एक यभयानक रूप की तरफ बढ़ सकती है. सांसद कोवसरी ने अपने बयान में कहा कि इसराइल को जवाब दिया जाएगा. तेहरान के द्वारा इसराइल पर ये हमला 1 अक्टूबर की मिसाइल हमले से कहीं ज्यादा खतरनाक होगा. यहां बता दें कि हिज्बु्ल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान ने इसराइल से बदला लेने के लिए तेलअवीव  पर विध्वंसक हमाल किया था. ईरान ने टारगेट कर इसराइल पर करीब 200 मिसाइलें दागीं थीं. 


यह भी पढ़ें:- गाजा का दावा; इजरायल जानबूझकर औरतों और बच्चों को बना रहा निशाना; अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से दबाव बनाने की अपील


 


इसराइल के उपर ईरान की तीसरे हमले की तैयारी
ईरान का इसराइल पर 1 अक्टूबर का हमाल दोनों मुल्कों के बीच जारी संघर्ष के बीच अब तक का सबसे बड़ा सीधा हवाई हमला था. इस हमले को ईरान ने "Operation True Promise-2" नाम दिया था. तेहरान ने तेल अवीव पर दो लगातार दो बार में 180 से ज़्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं थी. इस हमले को ईरान ने अपने अधिकारी और लेबनानी ग्रुप हिज्बु्ल्लाह प्रमुख नेताओं की हत्याओं का जवाब करार दिया था. इसे ईरान ने तेहरान में फलस्तीनी ग्रुप  हमास के चीफ इस्माइल हनीये, हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और ईरानी जनरल अब्बास निलफ़ोरुशान की मौत का बदला बताया था.


इसी हमले के जवाब में इसराइल ने 26 अक्टूबर को तेहरान पर हमला किया, जिसमें ईरान के एक नागरिक समेत 4 सैनिकों की मौत हो गई थी. अब ईरान इसी के जवाब के लिए "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3" लांच करने की योजन बना रही है.


अमेरिका ने इसराइल की बढ़ाई सुरक्षा 
इसराइल पर जवाबी कार्रवाई का फैसला ईरान की SNSC की तरफ से सर्वसम्मति से लिया गया है. अब देखना होगा तेहरान की तरफ से इसराइल पर तीसरा हमला कब होता है. उधर, ईरान की धमकी के बाद अमेरिका ने इसराइल की सुरक्षा बढ़ाने के लिए अपना सबसे सक्षम THAAD एयर डिफेंस तेल अवीव में तैनात कर दिया है.