Iran: ईरानी हेल्थ मिनिस्टर मोहम्मद रजा जफरघंदी ने कहा कि यूएन को गाजा पट्टी में मेडिकल सेंटर्स और कर्मचारियों पर इजरायली शासन के बार-बार के रेड्स को रोकने के लिए तुरंत गंभीर कार्रवाई करनी चाहिए. बता दें, हाल ही में इजराइल ने नॉर्थ में कमाल अदवान पर हमला किया था. इस दौरान अस्पताल के डायरेक्टर की भी गिरफ्तारी हुई थी.


क्या है लेटर लिखनी की असल वजह


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ईरान की न्यूज एजेंसी मेहर के मुताबिक सैनिकों ने अस्पताल में बड़े हिस्से में आग लगा दी और सैकड़ों लोगों को अस्पताल से बाहर निकालने के आदेश दिए गए. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि बेत लाहिया स्थित अस्पताल के कर्मचारियों से संपर्क टूट गया है, जो कई हफ्ते के आखिर में इजरायली सेना की घेराबंदी और भारी दबाव में है. शनिवार को घोषणा की गई कि इज़रायली सेना ने अस्पताल के निदेशक हुसैन अबू सफ़िया और अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है.


ईरान की हेल्थ मिनिस्ट्री ने लिखा खत


प्रेस टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अपने लेटर में ईरान के हेल्थ मिनिस्टर ने हाल के दिनों में अस्पताल पर इजरायल के बर्बर हमलों और सना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शासन के हवाई हमले की निंदा की. यह हमला उसी वक्त हुआ था जिस वक्त विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस और उनके दल हवाई अड्डे पर उड़ान का इंतजार कर रहे थे.


इजराइल लगातार कर रहा है उल्लंघन


जफरघंदी ने कहा है कि इजराइल की जरिए किए जा रहे ये हमले इंटरनेशनल नियम और ट्रटीज का उल्लंघन है. दुनिया देख रही है कि कैसे इजराइल लगातार मेडिकल फेसिलिटी, हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स, और एड वर्कर्स पर घातक हमले कर रहा है. उन्होंने कहा कि इजराइल तभी से इंटरनेशनल कानून का उल्लंघन कर रहा है जब उसने अक्टूबर के महीने में फिलिस्तीन के टेरेटरी में हमले शुरू किए थे.


हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय संगठन और मंडल अब तक प्रभावी प्रतिक्रिया दिखाने में विफल रहे हैं. ईरानी मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख से गुजारिश की है कि वे गंभीर रुख अपनाएं और कब्ज़ाकारी शासन के हमलों की निंदा करने में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूशन के बीच एकरूपता लाने के लिए कोशिश करें. बता दें गाजा में अब तक 45 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.