Hamas Israel War: मिडिल-ईस्ट में तनाव चरम पर है. हमास और इसराइल में शुरू हुई जंग अब मध्य पूर्व क्षेत्र के कई देशों में तक पहुंच गई है. इसराइल चारों मोर्चों पर घिर हुआ है. इसराइल को हमास, हिज्बुल्लाह, हूथी संगठन समेत ईरान के हमले का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, इसराल ने गाजा और लेबनान में अपने हमले जारी रखे हैं.  इस बीच, इसराइल ने अरब के 6 पत्रकारों को आतंकवादी घोषित कर दिया है. इसराइल ने दावा किया है कि दस्तावेजों और अन्य खुफिया सबूतों से पता चला है कि ये सभी पत्रकार फलस्तीनी हैं और इनमें से 4 हमास  और 2 पत्रतकार फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद से जुड़े हुए हैं.


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इससे एक दिन पहले इसराइली सेना ने गाजा क्षेत्र में जंग को कवर कर रहे 'अल जज़ीरा' के 6 पत्रकारों पर फलस्तीनी समूहों के लिए काम करने का इल्जाम लगाया था. इसराइली सेना का इल्जाम  है कि इसके लिए इन पत्रकारों को भुगतान किया गया है. इसराइल ने दावा किया है कि हमास से जुड़े दस्तावेजों की जांच पड़ताल करने के बाद इन पत्रकारों का सच सामने आया है.


 'अल जज़ीरा' ने इसराइल के इन दावों को किया खारिज  
हालांकि, 'अल जज़ीरा' ने इसराइल के इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि एक फेमस मीडिया हाउस को बदनाम करने के लिए इसराल ने झूठा दावा किया है. इसराइल ये इल्जाम गाजा में मजलूम लोगें के नरसंहार को छिपाने के लिए लगाया है. इसराइल पत्रकारों को वहां से भगाने की साजिश रच रहा है.


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इन पत्रकारों पर लगा इल्जाम
IDF ने गाजा से मिली खुफिया जानकारी और कई दस्तावेजों का हवाला देते हुए दावा किया कि 'अल जजीरा' नाम के चैनल के 6 पत्रकार हमास और इस्लामिक जिहाद से जुड़े हुए हैं और वे इनके लिए काम कर रहे हैं. इसराइल का यह भी इल्जाम है कि ये सभी पत्रकार ईरानी समर्थित संगठन हमास की मदद कर रहे थे. इसके बदले उन्हें हमास से वेतन भी मिल रहे थे. इसराइल ने ये इल्जाम अल जजीरा के के लिए सालों से काम कर रहे पत्रकार होसम शबात, अनस अल-शरीफ, तलाल अरोकी और इस्माइल अबू उमर पर लगाया है. 


कतरी मीडिया हाउस ने इसराइल  पर लगाया ये इल्जाम
कतर की मशहूर मीडिया हाउस ने इसरायल के इन गंभीर इल्जामों को बेबुनियाद और झूठा करार दिया है. अल जजीरा ने इसराइल के इल्जामों को खारिज करते हुए अपने सभी पत्रकारों को निर्दोष बताया है. इतना ही नहीं अल जजीरा ने दावा किया कि इसराइल गाजा का सच पूरी दुनिया से छिपाने के लिए ये सब कर रहा है. इसराइल गाजा की दर्दनाक तस्वीरों को दुनिया के सामने नहीं आने देना चाहता है, इसीलिए इसराइल हमारे पत्रकारों को डरा कर गाजा क्षेत्र से भगा देना चाहता है.


जब इसराल ने 'अल जज़ीरा' के पत्रकार की थी हत्या 
ज्ञात हो कि इसराइल की सेना ने एक महीने पहले वेस्ट बैंक के रामल्ला में अल जजीरा के दफ्तर को 45 दिनों तक  बंद करवा दिया था. इसके बाद इसराइल में 'अल जजीरा' चैनल को प्रतिबंधित कर दिया. वहीं, इससे पहले अगस्त महीने में भी इसरायली सेना ने अल जजीरा के एक पत्रकार की हत्या कर दी थी.