Israel-Gaza War: इजराइल और गाजा के बीच युद्ध में आम लोगों की तो जान जा ही रही है. इसके साथ ही पत्रकारों की भी काफी मौत हुई है. कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) के मुताबिक, 2023 में दुनिया भर में मारे गए 99 पत्रकारों में से 72 फिलिस्तीनी थे, जो गाजा पर इजरायल के युद्ध की रिपोर्टिंग कर रहे थे. बता दें, इजराइल और हमास के बीच जंग 7 अक्टूबर को शुरू हुई थी.


सीपेजे ने जारी की रिपोर्ट


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सीपीजे ने गुरुवार को जारी अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा कि अगर गाजा पर चल रही जंग में मौतें नहीं होतीं तो वैश्विक स्तर पर पत्रकारों की हत्याओं में साल-दर-साल गिरावट आती. संगठन ने कहा, “दिसंबर 2023 में, सीपीजे ने बताया कि इज़राइल-गाजा युद्ध के पहले तीन महीनों में किसी एक देश में पिछले सालों की तुलना में अधिक पत्रकार मारे गए हैं.”


मारे गए पत्रकारों में 72 फिलिस्तीनी, तीन लेबनानी और दो इजरायली पत्रकार थे. दुनिया भर में मारे गए पत्रकारों में से लगभग 75 प्रतिशत फिलिस्तीनी पीड़ित हैं. सीपीजे के अध्यक्ष जोडी गिन्सबर्ग ने कहा "पत्रकारों के लिए खतरे के मामले में यह जंह अभूतपूर्व है."


फिलिस्तीनी पत्रकार ही दिखा रहे हैं सच


“इस युद्ध के बारे में याद रखने वाली बात यह है कि गाजा के पत्रकार ही एकमात्र ऐसे पत्रकार हैं जो गाजा के अंदर क्या हो रहा है, इस पर रिपोर्ट करने में सक्षम हैं. इंटरनेशनल पत्रकार अंदर नहीं जा पा रहे हैं, उन्हें अंदर जाने की इजाजच नहीं दी गई है." उन्होंने आगे कहा,"इसलिए हम पूरी तरह से उन [फ़िलिस्तीनी] पत्रकारों पर निर्भर हैं, जो यह कहानी हमारे पास लाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं."


गाजा में मारे गए 85 पत्रकार


7 फरवरी को, न्यूयॉर्क स्थित प्रेस स्वतंत्रता संगठन ने कहा कि गाजा पर युद्ध में मारे गए पत्रकारों की संख्या बढ़कर 85 हो गई है. गाजा में अभी तक कुल  28,663 लोग मारे गए हैं और कम से कम 68,395 घायल हुए हैं. अभी सीजफायर होने का कोई अंदेशा नजर नहीं आ रहा है.