Israel-Gaza War Update: इजराइल लगातार फिलिस्तीन पर हमले कर रहा है और हजारों लोगों की जान गई है. अब दर्जनों लोगों की कब्र ने खलबली मचा दी है. फिलिस्तीन ऑथोरिटी ने इस मामले में इंटरनेशनल जांच की मांग की है. दरअसल गाजा में एक बड़े गड्ढे में बंधकों की शव बरामद किए गए हैं, जिनके आंखों में पट्टी बांधी हुई थी और हाथ बंधे हुए थे. कम से कम 30 लाशें काले रंग के प्लास्टिक बैग से बरामद हुई हैं, जिन्हें नॉर्थ गाजा के हमद स्कूल के पास दफ्न किया गया था.


इजराइली जवानों की दरिंदगी


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फिलिस्तीन ऑथोरिटी ने इल्जाम लगाया है कि इजराइली जवान एग्जीक्यूशन स्टाइल में आम लोगों की जान ले रहे हैं. फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इस्राइली "नरसंहार" की अंतरराष्ट्रीय जांच का आह्वान किया है, जिसमें मांग की गई कि एक टीम "नरसंहार की सच्चाई और आयामों का पता लगाने के लिए गाजा का दौरा करे जिससे हमारे लोग प्रभावित हुए हैं". चश्मदीदों ने बताया कि मरने वालों की आंखों पर पट्टी बांध दी गई, उन्हें प्रताड़ित किया गया और बैग में रखने से पहले मार दिया गया.


एक चश्मदीद कहता है,"जब हम सफाई कर रहे थे, हमें स्कूल परिसर के अंदर मलबे का ढेर मिला. हम यह जानकर हैरान रह गए कि इस ढेर के नीचे दर्जनों शव दबे हुए थे. जैसे ही हमने काले प्लास्टिक के थैले खोले, हमें शव मिले, जो पहले ही सड़ चुके थे. उनकी आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी, पैर और हाथ बंधे हुए थे." एक चश्मदीद ने बताया कि हाथों के बांधने के लिए प्लास्टिक के कफ्स का इस्तेमाल किया गया था. हाथ और पैरों को कपड़े के टुकड़ों से बांधा गया था.


हमास ने क्या कहा?


हमास ने कहा कि मानवाधिकार संगठनों को सामूहिक कब्र का "दस्तावेजीकरण" करना चाहिए. हमास ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा, "वह दिन आएगा जब उन्हें अपनी क्रूरता और अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा, जो मानवता के लिए ज्ञात सबसे भयानक उल्लंघनों से भी अधिक है."  बताया जा रहा है कि यह लाशें पूरी तरह से गल चुकी हैं और इनकी पहचान करना मुश्किल है.


अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने इज़राइल को फिलिस्तीनी हताहतों और "नरसंहार" की कैटेगरी में आने वाले कामों से बचने के लिए "अपनी ताकत के भीतर सभी उपाय" करने का आदेश दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि सामूहिक कब्र की खोज "गाजा पट्टी में हमारे लोगों के खिलाफ जवाबदेही या निरीक्षण के बिना कब्जे वाले बलों के जरिए किए गए नरसंहार" के रूपों का सबूत है. बता दें गाजा में अब तक 27 हजार के करीब लोगों की जान जा चुकी है.