Israel Hamas War: गाजा हिंसा के बीच संयुक्त राष्ट्र महिला एजेंसी की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने फ़िलिस्तीनियों पर "पीढ़ीगत आघात" की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि इजराइली हमले में "हर घंटे दो माएं मारी जा रही हैं."


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अल-जजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, UN के अधिकारियों ने इजराइली सेना पर इल्जाम लगाया है कि आम लोगों को बल पूर्वक हिरासत में लिया जा रहा है और उनके साथ मारपीट की जा रही है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के अधिकारी ने कहा है कि इजराइली सेना के जरिए हिरासत में लिए गए लोगों से मुलाकात की. इजराइली सेना उनके साथ गलत व्यवहार कर रही है. सभी लोगों की आंखों पर पट्टी बांधी गई है. 


बच्चे हो रहे हैं कुपोष के शिकार
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र बाल कोष के उप कार्यकारी निदेशक टेड चाइबन ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था, "रिफ्यूजी कैंपों में जो भोजन उपलब्ध है, वह बच्चों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा नहीं करता है, जिससे बच्चे कुपोषण के शिकार होने के साथ-साथ बच्चे बीमार हो रहे हैं." उन्होंने यह भी दावा किया है कि भूख से बच्चों की मौतें हो रही हैं. 


इसराइली हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़ी
ख्याल रहे कि बीते साल 7 अक्टूबर 2023, को हमास के ने इजराइल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 इजराइली नागरिकों की मौत हुई थी. हमले के बाद हमास के लड़ाकों ने 250 आम नागरिकों को बंधक बना लिया था. इसके बाद इसराइल ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया, जिसके बाद इजराइली सेना ने गाजा पट्टी पर ताबातोड़ हवाई हमले करने लगी. जिससे 24,762 लोग मारे गए हैं और 62,108 लोग घायल हुए हैं.