Israel Hezbollah War: बीते साल 7 अक्टूबर से इसराइल और हमास में जारी जंग में पिछले 10 दिनों में हिज्बुल्लाह और IDF के बीच भीषण लड़ाई देखने को मिली. पेजर और वॉकी टॉकी में हुए धमाकों के बाद लेबनानी ग्रुप ने इसराइल पर विध्वंसक हमले किए. इसके जवाब में इसराइल ने भी लेबनान में हिज्बुल्लाह  के कई ठिकानों पर हमले किए. आखिर में इसराइल ने बाजी पलटते हुए अपने सबसे बड़े दुश्मन हिज्बुल्लाह के हेडक्वार्टर पर एयर स्ट्राइक कर उसकी कमर तोड़ दी. इसराइल के इस हमले में हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और उसकी बेटी जैनब नसरल्लाह की मारे गए. अब इसके एक ही दिन बाद शनिवार को इसराइल ने हिज्बुल्लाह के एक और खूंखार को मार गिराया है. 


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इसराइल की सेना ने रविवार को कहा कि शनिवार को बेरूत के दक्षिणी इलाके में हुए बम विस्फोट में हिजबुल्लाह के सीनियर अफसर नबील कौक मारे गए.  IDF ने एक बयान जारी कर उसकी पहचान हिजबुल्लाह की निवारक सुरक्षा यूनिट के चीफ और ग्रुप की सेंट्रल काउंसिल के मेंबर के रूप में की है.


कौन है नबील कौक?
नबील कौक हिजबुल्लाह के उन मेंबरों में शामिल रहे हैं जिन्होंने इस संगठन को बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. यही कारण है कि नबील नसरल्लाह का सबसे करीबी माना जाता था. नबील इसराइल पर किए गए हमलों में सीधा जुड़ा हुआ था. हाल  के दिनों में ज्यादातर हिज्बुल्लाह द्वारा किए गए इसराइल पर हमले में भी कौक ही हाथ था. IDF ने हवाई हमले कर नबील कौक को हिजबुल्लाह का गढ़ बेरूत के धाइयेह इलाके में मारने की पुष्टि की है.


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नसरल्लाह ने 32 सालों में हिज्बुल्लाह को मध्य पूर्व की सबसे बड़ी ताकत बनाया
28 सितंबर शनिवार को आईडीएफ ने हसन नसरल्लाह के मारे जाने की घोषणा की थी, इसके कुछ घंटों बाद हिज्बुल्लाह ने भी अपने टॉप लीडर की मौत की पुष्टि की. नसरल्लाह 30 साल की उम्र में साल 1992 में हिज्बुल्लाह का जनरल सेक्रटरी बना था. अगले 32 सालों में उसने हिज्बुल्लाह को न सिर्फ लेबनान बल्कि मध्य पूर्व की एक बड़ी ताकत के तौर पर स्थापित कर दिया. वह इसराइल का सबसे बड़ा दुश्मन बन गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसराइल ने लेबनान में हिज्बुल्लाह ठिकानों पर बमबारी जारी रखी है. जिसकी वजह से संघर्ष का बड़े पैमाने पर फैलने का खतरा और बढ़ गया है. ईरान की प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर सबसे अहम होगी.