इजरायल ने हिजबुल्लाह से लिया बदला, चारों तरफ बिछी लाशें, जानें कितने लोगों की हुई मौत
Hezbollah Israel War: पिछले दो दिनों से हिजबुल्लाह ने इजराइल पर सैकड़ों रॉकेट से हमला किया है. इसमें इजराइल को भारी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन इजराइल ने लेबनान पर बम बरसाए हैं. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
Hezbollah Israel War: इजरायल पर हिजबुल्लाह के हमले के बाद इजरायल ने हिजबुल्लाह के 300 से अधिक ठिकानों पर हमला किया है. जिसमें 274 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 800 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. इजरायल के इस हमले में सबसे ज्यादा बच्चे और महिलाओं की मौत हुई है. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. वहीं, इसरायली फौज ने कहा कि दक्षिणी और पूर्वी लेबनान में हिजबुल्लाह के 300 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया.
300 ठिकानों को बनाया निशाना
इजरायली सेना ने बताया कि हमले दक्षिणी लेबनान और बेका घाटी में केंद्रित थे. बयान में दावा किया गया कि आईडीएफ के लड़ाकू विमानों ने 'हिजबुल्लाह से संबंधित आतंकी ठिकानों' पर हमला कियाय आईडीएफ ने बताया कि अब तक 300 से अधिक ठिकानों पर हमले किए जा चुके हैं.
सुरक्षा बलों के मुताबिक, यह ऑपरेशन खुफिया विभाग और वायु सेना के साथ पूर्ण समन्वय में किया गया. इजराइल के अमियाद और सेफ़ेद क्षेत्रों में अलर्ट एक्टिव होने के बाद, वायु रक्षा बलों ने लेबनान की तरफ से कई रॉकेटों को रोक दिया, जबकि अन्य प्रोजेक्टाइल अमियाद के पास खुले क्षेत्रों में गिरे.
आईडीएफ ने क्या कहा?
आईडीएफ ने बताया कि 10 और रॉकेट इजरायल के निचले गैलिली क्षेत्र में भी गिरे, हालांकि तत्काल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आईडीएफ का कहना है कि हिजबुल्लाह के लड़ाके इजरायल के खिलाफ रॉकेट हमलों की तैयारी कर रहे थे, जिसकी वजह से इजरायल ने रक्षात्मक और आक्रामक कदम उठाए हैं.
इजरायली सेना ने दी चेतावनी
इससे पहले इजरायल के सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने सोमवार को दक्षिणी लेबनान के निवासियों को चेतावनी दी कि वे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होने वाले इजरायली हमले से पहले फौरन अपना घर छोड़ दें. हगारी ने चेतावनी दी कि 'जल्द ही' बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरू होंगे. पूरे लेबनान में घरों और दूसरे इमारतों में स्थित हिजबुल्लाह की संपत्तियों को निशाना बनाया जाएगा. इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा, 'हम लेबनान के उन गांवों के नागरिकों को सलाह देते हैं जो ऐसी इमारतों और क्षेत्रों के करीब स्थित हैं, जिनका इस्तेमाल हिजबुल्लाह अपने सैन्य उद्देश्यों के लिए करता है. वे अपनी सुरक्षा के लिए फौरन खतरे से दूर चले जाएं.'