Motaz Azaiza Evacyate Gaza: गाज़ा जंग में गाज़ा के लोगों का दर्द अपने कैमरे से दिखाने वाले मौताज़ अज़ीजा ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि वे अब गाज़ा छोड़ रहे हैं. आपको बता दें जंग की शुरुआत से अज़ीजा गाज़ा को कवर कर रहे थे और अपने काम से उन्होंने गाज़ा के लोगों का दर्द पूरी दुनिया को दिखाया. कुछ खबरों की माने तो उनको कई बार इजरायल सेना ने निशाना भी बनाया है, लेकिन मोहताज बिना डरे अपने काम को करते रहे.



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सोशल मीडिया पर दी जानकारी 
मौताज़ अज़ीजा ने अपने X अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करके कहा, जंग के 107 दिन बाद में यहां से जा रहा हूं, आखरी बार आप मुझे इस प्रेस वेस्ट में देख रहे हैं. आप लब लोगों का शुक्रिया." अज़ीज़ा ने आगे कहा, अल्लाह ने चाहा तो हम फिर वापस आएंगे और गाज़ा को फिर से बनाएंगे." अज़ीजा के गाज़ा से जाने की खबर के बाद लॉ प्रोफेसर खलेद बेदून ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, "गाज़ा के एक 24 साल के लड़के ने वो कर दिखाया जो CNN, FOX, BBC, आदी न्यूज एजंसी और जर्नालिस्ट 75 सालों से नहीं कर पाएं." उन्होंने आगे लिखा, "अज़ीजा ने पश्चिम की बाइज्ड्नेस को दुनिया के सामने लाकर रख दिया." उनके जर्नालिज़्म को लेकर एक इंस्टा यूज़र मारिया ग्रेसिया ने लिखा, "मौताज़ अज़ीजा ने अपने काम से दुनियां के बड़े-बड़े मीडिया संस्थानों के लिए नए स्टेंडर्ड खड़े कर दिए हैं." 


कौन हैं मौताज़ अज़ीजा? 
अज़ीजा का जन्म 1998 में गाज़ा पट्टी के 'देर-ए-बल्लाह' में हुआ है. वह फिलिस्तीन के युवा जर्नालिस्ट्स में से एक है, 24 साल की उम्र में ही अज़ीजा ने अपनी गाज़ा वॉर कवरेज से दुनिया भर में नाम कमाया है. हमास वॉर से पहले अज़ीजा की सोशल मीडिया पोस्ट फोटोग्राफ़ी और गाज़ा की रोज़-मार्रा की ज़िंदगी पर केंद्रित थी. अज़ीजा के इंस्टाग्राम पर 18.2 मिल्लियन फॉलोअर्स हैं, ये तादाद अमेरिका के राष्ट्रपति जॉ बाइडन को फॉलोअर्स से भी ज्यादा है.