Olympic 2024 से पहले क्यों हो रहा है इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन? क्या है लोगों की मांग
Olympic 2024 में कुछ ही दिन बाकि रह गए हैं, इससे पहले पैरिस में प्रोटेस्ट शुरू हो गया है. प्रो फिलिस्तीनी ग्रुप्स सोशल मीडिया के साथ-साथ सड़कों पर भी दिखाई दे रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर
Olympic 2024: गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों पर लगातार हो रहे इजराइली जुल्म के मद्देनजर इजरायल को 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने से बैन करने के लिए एक ग्लोबल कैंपेन शुरू हो गया है. फिलिस्तीन समर्थक कार्यकर्ताओं ने 26 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों में इजरायली एथलीटों की भागीदारी को रोकने के लिए आयोजकों पर दबाव डालने के लिए सोशल मीडिया पर #BanIsraelFromParisOlympics हैशटैग लॉन्च किया है.
ओलंपिक में इजराल के खिलाड़ियों पर लगे रोक
कैंपेन चला रहे लोगों ने कहा, "ओलंपिक के ह्यूमन वैल्यूज का जश्न मनाना फिलिस्तीनियों के खिलाफ इजरायल के दमनकारी और नरसंहारकारी बर्ताव के खिलाफ है. जब ह्यूमन राइट्स का क्रूरतापूर्वक उल्लंघन किया जा रहा है, तो हम ह्यूमन वैल्यूज का जश्न कैसे मना सकते हैं?" उन्होंने कहा कि इजरायल के बिना ओलंपिक उन सभी की मांग है जो इंसाफ और इंसानियत में यकीन रखते हैं.
लोगों ने सड़कों पर किए प्रदर्शन
सोशल मीडिया के अलावा लोग सड़कों पर भी हैं, और यही मांग कर रहे हैं कि इजराइल को पैरिस ओलंपिक 2024 से बैन किया जाए. फ्रांस और स्विट्जरलैंड सहित यूरोपीय देशों में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के मुख्यालय के सामने प्रदर्शन हुए हैं, जिसमें मांग की गई कि इजरायल फेडरेशन डेलिगेशन को पेरिस ओलंपिक से बैन किया जाना चाहिए.
कैंपेनर्स ने क्या कहा?
अभियानकर्ताओं ने कहा, "इससे पहले रूस और बेलारूस को ओलंपिक में हिस्सा लेने से रोकना और इस साल इजरायल को हिस्सा लेने की इजाजत देना साफ तौर से दोहरे मानदंडों का इस्तेमाल है."
फ्रांस के गृह मंत्री ने क्या कहा?
इस बीच, फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन का भी बयान आया है. उनका कहना है कि वह पेरिस में शुरू होने वाले ओलंपिक में शामिल होने वाले इजराइली खिलाड़ियों को 24 घंटे सिक्योरिटी देने का काम करेंगे. उन्होंने यह टिप्पणी वामपंथी सांसद थॉमस पोर्ट्स के उस बयान के बाद की जिसमें उन्होंने कहा था कि पेरिस में इजरायली डेलिगेशन का स्वागत नहीं है.
बता दें, जनवरी में, फ्रांसीसी सांसद एमेरिक कैरन ने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी से इजरायल को 2024 के पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने से रोकने का आह्वान किया था. उनका कहना था कि जैसा उन्होंने रूस के साथ किया था, वैसा ही इजराइल के साथ किया जाए. क्योंकि, इजराइल गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों का नरसंहार कर रहा है.