Israel Gaza: संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने गाजा के पास अमेरिका की तरफ से निर्मित पोतघाट से मानवीय सहायता की आपूर्ति का काम सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण फिलहाल रोक दिया है. संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम की निदेशक सिंडी मैक्केन ने कहा कि शनिवार को इजराइली सेना ने हमला कर हमास की तरफ से बंधक बनाए गए चार लोगों को मुक्त करा लिया लेकिन इन हमलों में 274 फलस्तीनियों और एक इजराइली कमांडो की मौत हो गई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

संरा ने रोकी मदद
उन्होंने कहा कि इन हमलों के दौरान गाजा में WFP के दो गोदाम पर भी रॉकेट गिरे जिसमें उसका एक कर्मी घायल हो गया. मैक्केन ने कहा, "कल हुई घटना के बाद से मैं अपने लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं. हमारे दो गोदामों पर कल रॉकेट से हमला किया गया." उन्होंने कहा, "हमने फिलहाल कदम पीछे खींच लिए हैं और आपूर्ति पुनः आरंभ करने से पहले हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम सुरक्षित हों." 


रुकी रहेगी मदद
युक्त राष्ट्र एजेंसी ने यह नहीं बताया कि राहत सामग्री की आपूर्ति कब तक रुकी रहेगी. संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के इस ऐलान से अमेरिकी समुद्री मार्ग के जरिए गाजा में होने वाली राहत सामग्री की आपूर्ति को एक और झटका लगा है.


क्या है पूरा मामला?
ख्याल रहे कि पछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में इजरायल के 1200 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 250 बंधक बनाए गे थे. इसके बाद इजरायल ने हमास वाले इलाके गाजा पर हवाई हमला करना शुरू किया. इसके बाद इजरायल ने जमीनी हमला शुरू किया. इन हमलों में गाजा में 36 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ 60 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. 


राफा पर हमला
बताया जाता है कि 10 हजार से ज्यादा लोग लापता हैं, जो गाजा में मलबे में दबो हो सकते हैं. इजरायल और गाजा के दरमियान कई बार युद्ध विराम कराने की कोशिश की गई. यह सिरफ् एक ही हफ्ते तक चली. इसके बाद की सारी कोशिशें बर्बाद हो गईं. गाजा के लोगों ने गाजा से भागकर मिश्र से सटे बॉर्डर राफा इलाके में शरण ली, लेकिन यहां भी इजरायल हमले कर रहा है.