Saudi Arab Iran: ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन और उनके सऊदी समकक्ष फैसल बिन फरहान अल सऊद ने फोन पर एक दूसरे से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया और गाजा पट्टी की स्थिति पर इजराइल की आलोचना की. शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने ये जानकारी दी बताया. 


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इजरायल की धमकी की आलोचना
ईरानी विदेश मंत्री ने गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ इजराइल के "अपराधों" के साथ-साथ गाजा के सबसे दक्षिणी शहर रफाह जहां 1.3 मिलियन से अधिक विस्थापित फिलिस्तीनी रहते हैं के खिलाफ इजराइल की "धमकी" और कार्रवाई की आलोचना की. 


नकारात्मक होंगे नतीजे
दोनों नेताओं ने कहा, "हम युद्ध को एक समाधान नहीं मानते हैं, लेकिन अगर इस मुद्दे को तुरंत राजनीतिक रूप से हल नहीं किया गया, तो क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता पर इज़राइल के नरसंहार के नकारात्मक नतीजे होंगे." अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा कि इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) गाजा में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए विदेश मंत्रियों की परिषद की एक आपातकालीन बैठक आयोजित करेगा.


OIC की बैठक
सऊदी विदेश मंत्री ने इजराइल के "नरसंहार" को रोकने के लिए OIC के विदेश मंत्रियों की परिषद की एक आपातकालीन बैठक आयोजित करने के अपने ईरानी समकक्ष के प्रस्ताव का स्वागत किया और गाजा में संकट को समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय आह्वान की अनदेखी करने के लिए इजराइल की आलोचना की.


28 हजार लोगों की मौत
दोनों मंत्रियों ने आर्थिक और व्यापारिक क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया. हमास की तरफ से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि गाजा पर जारी इजरायली हमलों में अब तक 28,775 फिलिस्तीनी मारे गए हैं.


जमीनी हमले की तैयारी
आपको बता दें कि इजरायल ने बीते सोमवार से दक्षिणी गाजा में मौजूद राफा शहर पर हमले शुरू कर दिए हैं. अब इजरायल यहां जमीनी कार्रवाई करने की बात कह रहा है. यहां पर 1.3 मिलियन लोग बुरी हालत में टेंट में रह रहे हैं