Yahya Sinwar Death: इजरायली हमले में हमास के नए चीफ याह्या सिनवार की भी मौत हो गई है. उसे पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए इजरायली हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है. हमास ने पिछले साल 7 अक्तूबर को इजरायल पर हमला किया था. जिसमें 1200 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 2 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे. जिसमें सबसे ज्यादा इजरायली फौज शामिल हैं. इस हमले के बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्या कहा?
हमास के नए प्रमुख की मौत पर दुनिया भर के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि  हमास नेता के तौर पर याह्या सिनवार हजारों इजरायलियों, फिलिस्तीनियों, अमेरिकियों और 30 से अधिक देशों के नागरिकों की मौत के लिए जिम्मेदार था.


याह्या सिनवार की मौत पर इजरायली पीएम ने क्या कहा?
वहीं, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमने 7 अक्टूबर का हिसाब चुकता कर दिया है लेकिन युद्ध अभी भी जारी है.


'खान यूनिस का जल्लाद'
गौरतलब है कि इस साल जुलाई में तेहरान में इजरायली हमले में हमास चीफ इस्माइल हनीया की मौत हो गई थी. जिसके बाद याह्या सिनवार हमास के नए प्रमुख बने थे. हमास के नए चीफ को इजरायल और अमेरिका 'हमास का ओसामा बिन लादेन' और 'खान यूनिस का जल्लाद' कहता था. इजराइल याह्या सिनवार को 'आतंक का हिटलर' कहता है. 


रिफ्यूजी कैंप में हुआ था जन्म
 याह्या सिनवार का जन्म 1962 में दक्षिण गाजा के खान यूनिस में फिलिस्तीनी रिफ्यूजी कैंप में हुआ था. इसी वजह से उसे 'खान यूनिस का कसाई' भी कहा जाता है. याह्या सिनवार 80 के दशक के आखिर में हमास का सदस्य बन गया था, लेकिन उसने जल्दी ही अपनी एक अलग पहचान बना ली. कुछ सालों बाद वह हमास के आंतरिक खुफिया तंत्र के संस्थापकों में से एक बन गया. 


22 साल इजरायली जेल में बंद थे याह्या सिनवार
1988 में इजरायली एजेंसियों ने याह्या सिनवार को गिरफ्तार किया था. उस समय याह्या की उम्र 19 साल थी। उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया और उसे चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. याह्या सिनवार 1988 से 2011 के बीच करीब 22 साल इजरायली जेलों में रहा. साल 2011 में जब कैदी विनिमय समझौते पर हस्ताक्षर हुए तो इजरायल ने एक इजरायली सैनिक गिलाद शालिट के बदले 1027 फिलिस्तीनी इजरायली अरब कैदियों को रिहा किया था. याह्या सिनवार भी उनमें से एक था.