Mahmoud Abbas on Gaza War: गाजा में जारी हिंसा के बीच फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने गाजा में जाने का वादा किया है. इसके साथ ही महमूद अब्बास ने कहा कि वे फिलिस्तीनी लोगों के साथ खड़े रहेंगे, भले ही इसके लिए उन्हें अपनी जान देनी पड़े. 


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क्या है पूरा मामला
दरअसल, फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास आज यानी 15 अगस्त को तुर्की के दौरे पर हैं. उन्होंने तुर्की की ग्रैंड नेशनल असेंबली को संबोधित किया है. असेंबली को सबोधित करते हुए उन्होंनं कहा कि गाजा हिंसा में 40 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद इजरायल गाजा पर हमला कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय चुपचाप सब कुछ देख रहा है.


महमूद अब्बास ने किया बड़ा ऐलान
अब्बास ने कहा, “मैंने फिलिस्तीनी नेतृत्व के सभी भाइयों के साथ गाजा पट्टी जाने का फैसला किया है. मैं अपनी पूरी ताकत से काम करूंगा ताकि हम सभी इस बर्बर आक्रमण को रोकने के लिए अपने लोगों के साथ खड़े हों, भले ही इसके लिए हमें अपनी जान क्यों न देनी पड़े. हमारा जीवन गाजा में सबसे छोटे बच्चे की जान से अधिक कीमती नहीं है.” 


कब और कैसे जाएंगे गाजा
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने गाजा पट्टी में जाने का तो ऐलान कर दिया है, लेकिन यह साफ नहीं कहा है कि वह गाजा पट्टी कब और कैसे जाएंगे. इस वक्त गाजा के चारों सीमाओं को इजरायल ने सील कर दिया है. मिस्र के राफा क्रॉसिंग पर भी इजरायली फौज का कंट्रोल है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर महमूद अब्बास गाजा कैसे जाएंगे. 


गाजा में अब तक इतने लोगों की हुई मौत
गौरतलब है कि गाजा में पिछले साल 7 अक्टूबर 2023 से हिंसा जारी है. इस हिंसा में अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. जबकि 79 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. इसमें सबसे ज्यादा महिलाओं और बच्चों की मौत हुई है. गाजा में लोग भूखमरी के शिकार हो रहे हैं. इसमें सबसे ज्यादा बच्चों की मौत हो रही है. जो हैरान कर देने वाली खबर है. इसके बावजूद अमेरिका जैसे मुल्क इजरायल का समर्थन कर रहा है.